निपुण विद्यालय से निपुण होंगे कक्षा 03 तक के नौनिहाल

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जिला के 400 विद्यालयों को निपुण विद्यालय के रुप में चिन्हित : दिनेश के राय

अवधेश कुमार शर्मा, बेतिया : बिहार अंतर्गत जिला बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान (एफएलएन) मिशन की समीक्षात्मक बैठक जिला पदाधिकारी, दिनेश कुमार राय की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। राज्य स्तरीय विशेषज्ञ कमलनाथ झा ने बैठक में प्रस्तुतीकरण के माध्यम से मिशन निपुण अंतर्गत किये जा रहे कार्यक्रम तथा सरकार की इस अतिमहत्त्वाकांक्षी योजना को धरातल पर क्रियान्वित कराने के उद्देश्य से उपस्थित सभी सदस्यों को विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि निपुण बिहार का उदेश्य बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान के सार्वभौमिक कौशल को सुनिश्चित करने के लिए एक सक्षम वातावरण का निर्माण करना है। जिससे कक्षा 03 का प्रत्येक बच्चा वर्ष 2026-27 तक पढ़ने, लिखने और गणित में वांछित सीखने की क्षमता प्राप्त कर सके।

उन्होंने बताया कि पश्चिम चम्पारण जिला के विभिन्न प्रखंडों से कुल 400 विद्यालयों को चिन्हित किया गया है, जहाँ प्रथम चरण में उन्हें 12 से 18 महीने में निपुण घोषित किया जाना है। इसके लिए सभी प्रधानाध्यापक को विभाग के तरफ से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ’चहक’ कार्यक्रम अंतर्गत सभी प्रारंभिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापक तथा कक्षा 01 के नामित शिक्षक को प्रशिक्षित किया गया है। उन्होंने बताया कि जिला के सभी प्रारंभिक विद्यालयों को टीएलएम किट, लाइब्रेरी पुस्तकें एवं बच्चों के लिए पाठ्य-पुस्तक, वर्कबुक उपलब्ध कराया जा चुका है। उपर्युक्त सभी विद्यालयों में टीएलएम आधारित शैक्षणिक कार्य कराया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि निपुण बिहार मिशन की सफलता को जिला स्तर के विभागों में अच्छा कन्वर्जन्स होना आवश्यक है, जैसे-स्वास्थ्य विभाग के साथ अभिसरण द्वारा बच्चों का नियमित स्वास्थ परीक्षण एवं बच्चों को हेल्थ कार्ड उपलब्ध कराना, पंचायती राज के साथ मिलकर विद्यालय के लिए मूलभूत आधारभूत संसाधनों एवं सुविधाओं को प्राप्त करना, समाज कल्याण के साथ आंगनबाड़ी का विद्यालयों के साथ एकीकरण किया जाना आवश्यक है। जिससे जिला बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान मिशन कार्यक्रम का सफल क्रियान्वयन किया जा सके। जिला पदाधिकारी दिनेश कुमार राय ने कहा कि निपुण बिहार कार्यक्रम महत्त्वाकांक्षी योजना है।

इसका क्रियान्वयन तत्परतापूर्व मिशन मोड में सुनिश्चित करें। इसके लिए प्रति माह जिला स्तरीय पदाधिकारियों की बैठक में कार्यक्रम की विस्तृत समीक्षा की जाएगी। डीएम ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को निदेशित किया कि एक प्रपत्र तैयार कर सभी सम्बंधितों को उपलब्ध करा दें, जिससे उपर्युक्त प्रपत्र में अपना अद्यतन प्रतिवेदन उपलब्ध करायें। उन्होंने कहा कि जो प्रधानाध्यापक निपुण विद्यालय के मानक को पूर्ण करेंगे उन्हें पुरस्कृत कर प्रोत्साहित करने का कार्य किया जाएगा।

डीएम ने निदेशित किया कि अनुश्रवण के क्रम में यह देखा जाए कि बच्चों/शिक्षकों ने सभी सामग्री टीएलएम किट, लाइब्रेरी, पुस्तकें एवं बच्चों के लिए पाठ्य-पुस्तक, वर्कबुक का उपयोग नियमित किया जा रहा है अथवा नहीं। उन्होंने निर्देश दिया कि निपुण बिहार के लिए किए जा रहे विभिन्न गतिविधियों को ससमय पूरा करना है।उन्होंने निर्देश दिया कि निपुण बिहार का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करें। इसके लिए जन जागरुकता कार्यक्रम संचालित करें। शिक्षकों को इस बारे में बताएं कि विद्यालय में होने वाली अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी तथा बीआरसी आदि में होने वाली बैठकों में इसके बारे में सम्बंधितों को जानकारी प्रदान की जाय।

उन्होंने निर्देश दिया कि जीविका दीदियां, आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका के माध्यम से भी आमजन को जागरुक एवं प्रेरित किया जाय। इस कार्य में जनप्रतिनिधियों की भी सहायता ली जाय।जिला पदाधिकारी ने जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, प्रा.शि. एवं समग्र शिक्षा एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी, पश्चिम चम्पारण, बेतिया को निदेशित किया गया कि जिला बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान मिशन की विस्तृत जानकारी सभी विद्यालय प्रधान एवं सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को अवश्य होनी चाहिए। इसके लिए सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों की बैठक आयोजित कर आवश्यक दिशा-निर्देश दें एवं व्यापक प्रचार प्रसार भी प्रखंड स्तर पर किया जाए। उपर्युक्त बैठक में सिविल सर्जन, डॉ श्रीकांत दूबे, जिला शिक्षा पदाधिकारी, रजनीकांत प्रवीण, वरीय उप समाहर्ता, राजकुमार सिन्हा, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, मनीष कुमार, विशेष कार्य पदाधिकारी, सुजीत कुमार सहित डीपीओ, आइसीडीएस, डीपीएम, जीविका पदाधिकारी उपस्थित रहे।