बेगूसराय : बरौनी रिफाइनरी में 57वां स्थापना दिवस पर दिलाई गई औद्योगिक शांति की शपथ

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बेगूसराय/विनोद कर्ण। बरौनी रिफाइनरी का 57वां स्थापना दिवस शनिवार को मनाया गया। कार्यपालक निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख सुश्री शुक्ला मिस्त्री ने रिफाइनरी के अधिकारियों और कर्मचारियों को रिफाइनरी के सतत विकास के लिए सत्यनिष्ठा, आपसी सद्भाव, परस्पर सम्मान करते हुए औद्योगिक शांति बनाए रखने की शपथ दिलाई।

आने वाले वर्षों में रिफाइनरी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने के लिए उत्पादकता में बढ़ोत्तरी के साथ-साथ गुणवत्ता और पर्यावरण प्रबंधन प्रणाली को और मजबूत करने और पानी ऊर्जा और पेट्रोलियम उत्पादों की अधिकतम बचत करते हुए रिफाइनरी के लाभांश वृद्धि के लिए कार्य करने हेतु सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों का आह्वाहन किया।

इस मौके पर उन्होंने कहा कि हर समय हर घड़ी एकजुता के साथ कॉर्पोरेशन के विजन से प्रेरित बरौनियन निरंतर कर्मठता के साथ कार्य कर रहे हैं। इस वर्ष इंडजेट यूनिट की स्थापना के साथ अब हम एटीएफ की आपूर्ति कर बिहार के सभी हवाई अड्डों की ईंधन आवश्यकता को भी पूरा करेंगे।

बरौनी रिफाइनरी की क्षमता विस्तार के साथ, बिहार में औद्योगिक परिदृश्य को नया आयाम मिलेगा। आइये आज के इस एतिहासिक अवसर पर हम भारत के नेट- जीरो प्रतिबद्धता की ओर पूरी निष्ठा से काम करने और देश को हरित भविष्य की ओर ले जाने का संकल्प करें।

इस अवसर पर इंडियन ऑयल के अध्यक्ष श्रीकांत माधव वैद्य द्वारा बरौनियन हेतु प्रेषित विशेष संदेश का वाचन आरके झा मुख्य महाप्रबंधक (तकनीकी सेवा एवं एचएसई) ने किया जिसमें उन्होंने पिछले वर्ष 2021 के दौरान इंडियन ऑयल के विश्वस्तरीय प्रीमियम-ग्रेड 100 ऑक्टेन एमएस एक्सपी-100 के रोलआउट और दीर्घकालिक ईबीएमएस प्रेषण सुविधा कमीशनिंग के लिए टीम बरौनी रिफाइनरी को बधाई दी।

साथ ही नए वर्ष 2022 में बरौनी रिफाइनरी द्वारा आरएलएनजी परियोजना और मुंगेर में 1.65 लाख पेड़ लगाकर ग्रीन बेल्ट को बढ़ाने के अभियान के माध्यम से इंडियन ऑयल के हरित भविष्य के दृढ़ संकल्प को ऊर्जा प्रदान करने की शुभकामनाएं दी। उन्होंने इंडियन ऑयल के नीतिपरक मूल्य ‘संरक्षण’ को चरितार्थ करते हुए उल्लेखनीय सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों के माध्यम से स्थानीय समुदायों के लिए आशा की किरण के रूप में काम करने की सराहना की।

इस अवसर पर एके तिवारी, मुख्य महाप्रबंधक (तकनीकी), अनिल कुमार मुख्य महाप्रबंधक (टीएस एवं एचएसई), तरुण कुमार बिसई, मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन) जीआरके मूर्ति मुख्य महाप्रबंधक (परियोजना), महाप्रबंधकगण, बीटीएमयू के कार्यकारी अध्यक्ष एके सिंह अतिरिक्त महासचिव संजीव कुमार, ऑफिसर्स एसोसिएशन के मदुल सिन्हा, ट्रेजरर और शकील अहमद, एकूक्जिक्यूटिव सदस्य, आरके सिंह उपसमादेष्टा केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल रिफाइनरी के अधिकारी एवं कर्मचारियों ने बरौनी रिफाइनरी के निर्माण और उसकी प्रगति में योगदान देने वाले पथप्रदर्शकों और हितधारकों को याद करते हुए स्थापना स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित करके उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया। कोरोना को ध्यान में रखते हुए अन्य बरौनियन ने लाइव टेलिकास्ट के माध्यम से अपने कार्यस्थल और घरों से कार्यक्रम में भाग लिया।

बरौनी रिफाइनरी का निर्माण सोवियत यूनियन के सहयोग से 49.40 करोड़ रुपये की लागत से 1964 में 1 मिलीयन मिट्रीक टन प्रति वर्ष की क्षमता के साथ की गई थी। 15 जनवरी 1965 में तत्कालीन पेट्रोलियम एवं रसायन मंत्री प्रो. हुमायूँ कबीर के द्वारा इसे राष्ट्र को समर्पित किया गया।

आधुनिकीकरण और क्षमता विस्तार परियोजनाओं के द्वारा इसकी वर्तमान तेल शोधन क्षमता 6 एमएमटीपीए है। सेकेंड्री प्रोसेसिंग सुविधाओं के लिए रेसिड्यू फ्लूडाइज्ड कैटलिटिक क्रेकर यूनिट (आरएफसीसीयू), डीजल हाइड्रोट्रीटिंग यूनिट (डीएचडीटीयू), सल्फर रिकवरी यूनिट (एसआरयू), प्राइम जी यूनिट एनएचटी-सीसीआर यूनिट कमीशन की गई।

इन आधुनिकतम पर्यावरण अनुकूल तकनीकों ने रिफाइनरी को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार पर्यावरण अनुकूल हरित ईंधन के उत्पादन में सक्षम बनाया है। वर्तमान में बरौनी रिफाइनरी, लो सल्फर और हाई सल्फर, दोनों प्रकार के कूड को प्रोसेस करने में सक्षम है। दिसंबर 2019 से बरौनी रिफाइनरी बीएस VI मानक के पेट्रोल एवं डीजल का उत्पादन कर रही है।

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रिफाइनरी का विस्तारीकरण 6 एमएमटीपीए से 9 एमएमटीपीए करने का कार्य गतिशीलता से आगे बढ़ रहा है। इसके साथ ही, पर्यावरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को सुदढ़ करने के लिए आरओ प्लांट, वर्षा जल संचयन एवं सोलर पार्क की स्थापना के साथ रिफाइनरी पानी की बचत और हरित ऊर्जा के उपयोगिता में भी सार्थक कार्य कर रही है।