बिहार : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मगध महिला कॉलेज के नवनिर्मित छात्रावास का किया उद्घाटन

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स्टेट डेस्क/ पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज पटना विश्वविद्यालय के मगध महिला कॉलेज के नवनिर्मित ‘महिमा छात्रावास का फीता काटकर एवं शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने उद्घाटन के पश्चात् नवनिर्मित छात्रावास (जी प्लस 7) के विभिन्न कमरों, जिम, कॉमन रूम, डायनिंग हॉल आदि का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने आयोजित कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया। इस अवसर

पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के इस विशेष कार्यक्रम में आप सबका अभिनंदन करता हूं। मुझे खुशी है कि आज मगध महिला कॉलेज के नवनिर्मित छात्रावास के उद्घाटन करने का अवसर मिला है। मुझे वर्ष 2019 में यहां दो बार आने का मौका मिला था। पहली बार यहां आने के दौरान यहां की छात्राओं ने छात्रावास की खराब स्थिति के बारे में मुझे बताया था। उसी समय यह विचार किया गया था कि हमलोग यहां एक अच्छे छात्रावास का निर्माण करायेंगे। मगध महिला कॉलेज, पटना विश्वविद्यालय का एक महत्वपूर्ण कॉलेज है, इसका विशेष महत्व वर्ष 2019 के ही सितंबर माह में इस छात्रावास का शिलान्यास किया था।

इसका निर्माण पहले ही हो जाता लेकिन कोरोना के चलते इसमें थोड़ा विलंब हो गया। बीच-बीच में हम इसके निर्माण कार्य की जानकारी ले रहे थे। कुछ दिन पूर्व जे०पी० गंगा सेतु के निर्माण कार्य की प्रगति का निरीक्षण कर रहे थे, उस दौरान हमने इस छात्रावास के बारे में जानकारी ली थी। यह छात्रावास बहुत अच्छा बना है। इसके बनने से छात्राओं को काफी सुविधा होगी। हमने पूरा हॉस्टल देखा। हर कमरे में तीन छात्राओं के रहने की व्यवस्था है। पुराने छात्रावास की छात्राएं इस नये छात्रावास शिफ्ट करेंगी। इस नये छात्रावास में लगभग 600 छात्राओं को रहने की सुविधा होगी। छात्राओं के लिए यहां जरूरी इंतजाम किया गया है। यहां छात्राओं को किसी तरह की कोई दिक्कत न रहे इसका ख्याल रखा गया है। इस छात्रावास के बन जाने से मुझे काफी खुशी हुई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां की प्राचार्या ने लेबोरेटरी साइंस, परीक्षा भवन, ऑडिटोरियम के निर्माण के संबंध में बात रखी है। शिक्षा मंत्री के साथ यहां सभी अधिकारी हैं। इस कार्य को पूरा करें। उन्होंने कहा कि मगध महिला कॉलेज से मेरा पुराना रिश्ता है। हम लोग पटना यूनिवर्सिटी में पढ़े हैं। इस कॉलेज के साथ मेरे परिवार का भी रिश्ता है। मेरी छोटी बहन और पत्नी भी यहीं पढ़ी हैं। उन्होंने कहा कि पहले लड़कियां कम पढ़ती थीं। जब से काम करने का मौका मिला है हमने लड़कियों की शिक्षा के लिए कई काम किये लड़कियों के लिए साइकिल योजना और पोशाक योजना चलायी गयी। कुछ लोगों ने आलोचना करते हुये कहा था कि लड़कियों को साइकिल देने से समस्या होगी लेकिन कहीं कोई समस्या नहीं हुयी और लड़कियों को इसका लाभ मिला।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार की आबादी बहुत ज्यादा है और क्षेत्रफल कम है। जब हमलोगों ने काम शुरू किया था तो राज्य का प्रजनन दर 4.3 था। अब 3 पर पहुंच गया है और इसे 2 पर ले जाएंगे। जब लड़कियां पढ़ेंगी तो प्रजनन दर कम होगा। अगर लड़कियां इंटर पास करेंगी तो 25 हजार रूपये और ग्रेजुएशन करने पर 50 हजार रूपये दिये जायेंगे। मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई में भी लड़कियों को कम से कम 35 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है। मेडिकल और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में काफी संख्या में लड़कियां आगे आ

रही हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं की मांग पर हमने शराबबंदी लागू की। दहेज प्रथा और बाल विवाह के खिलाफ अभियान शुरू किया गया। समाज सुधार अभियान शुरू किया गया है। दहेज लेना अन्याय है। हमने कह दिया है कि अगर कोई शादी का निमंत्रण देता है और उसके कार्ड पर दहेज नहीं लेने की बात लिखी होगी तभी हम उस शादी में जायेंगे। हमलोगों ने यहां जीविका समूह बनाया। जीविका से बिहार में काफी विकास हुआ है। उस समय की केन्द्र सरकार ने बाद में उसी को पूरे देश में आजीविका के नाम से शुरू किया। उन्होंने कहा कि लड़कियां खूब अच्छी तरह से पढ़ाई करें, साथ ही बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ जागरूक रहें और लोगों को जागरूक करें। सभी छात्राओं से हम कहेंगे कि कहीं भी दहेज प्रथा और कम उम्र की शादी नहीं होने दें। खूब पढ़िये, आगे बढ़िये, कहीं जाइये तो समाज सुधार की चर्चा कीजिये, इससे समाज आगे बढ़ेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने लड़कियों को प्लस टू के साथ ही आगे की पढ़ाई के लिए पूरी व्यवस्था कर रहे हैं। यहां का जी०ई०आर० (ग्रॉस इनरॉलमेंट रेशियो) 30 तक पहुंचाने के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस कॉलेज के विकास के लिये जो कुछ करना है इसमें हमलोगों का पूरा सहयोग रहेगा। आपस में प्रेम का भाव रखिये। आपलोग खूब पढ़िए, आगे बढ़िए, इससे बिहार आगे बढ़ेगा और देश के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान देगा। जब तक हम हैं सभी के विकास और कल्याण के लिये काम करते रहेंगे। मगध महिला कॉलेज पहुंचने पर मुख्यमंत्री का स्वागत एन०सी०सी० छात्राओं ने सलामी देकर की।

कार्यक्रम की शुरुआत में मुख्यमंत्री का स्वागत मगध महिला कॉलेज की प्राचार्या प्रोफेसर नमिता कुमारी ने अंगवस्त्र, प्रतीक चिह्न एवं पौधा भेंटकर किया। कार्यक्रम को शिक्षा मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० गिरीश कुमार चौधरी, मगध महिला कॉलेज की प्राचार्या प्रो० नमिता कुमारी ने भी संबोधित किया।

मगध महिला छात्रा संघ कैबिनेट की महासचिव सुश्री कौण्डिया शताक्षी ने मुख्यमंत्री को मगध महिला कॉलेज की छात्राओं की तरफ से अभिनंदन पत्र भेंट किया। कौण्डिया शताक्षी ने इस अभिनंदन पत्र को पढ़ते हुए महिलाओं के लिए किए जा रहे कल्याणकारी कार्यों के प्रति मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। नारी सशक्तीकरण के लिए चलाई जा रही योजनाएं, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, साइकिल योजना, पोशाक योजना, नौकरियों में लड़कियों को दिए जा रहे 35 प्रतिशत का आरक्षण शराबबंदी के कारण घरेलू हिंसा में आई कमी, पर्यावरण संरक्षण के लिए चलाई जा रही जल-जीवन- हरियाली अभियान की भी सराहना की। उन्होंने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने एवं राजनीतिक क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया। साथ ही मुख्यमंत्री की कार्यशैली, व्यक्तित्व की प्रशंसा की।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री दीपक कुमार सिंह, राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के उपाध्यक्ष कामेश्वर झा, शिक्षा विभाग के सचिव एवं बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक असंगवा चुबा आओ, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, पटना विश्वविद्यालय के कुल सचिव कर्नल कामेश कुमार, नालंदा खुला विश्वविद्यालय के कुलपति के०सी० सिन्हा, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के कुलपति आर०के० सिंह, विभिन्न विश्वविद्यालयों के प्राचार्यगण, मगध महिला कॉलेज के आई०क्यू०ए०एस० की कॉर्डिनेटर सुहेली मेहता सहित अन्य शिक्षकगण, शिक्षकेत्तर कर्मीगण एवं छात्रायें उपस्थित थीं।