यूपीएससी 2022 में बक्सर की बेटी गरिमा लोहिया ने किया कमाल, देश मे दूसरा रैंक हासिल कर लहराया परचम

बक्सर

बक्सर । यूपीएससी ने सिविल सर्विस एग्जाम 2022 का रिजल्ट मंगलवार को जारी किया है जिसमे बक्सर की बेटी गरिमा लोहिया ने पूरे देश में दूसरा रैंक प्राप्त कर जिले को गर्वान्वित किया है। वही गरिमा की सफलता की खबर फैलते ही जिले में खुशी की लहर दौड़ गई है. देश में बक्सर का नाम रोशन करने वाली बेटी को जिले के लोग सोशल मीडिया के कई प्लेटफॉर्म पर बधाई दे रहे है।

वही कुछ लोग घर तक पहुँच कर शुभकामनाएं दे रहे है। संघ लोक सेवा के कठिन परीक्षा में परचम लहराने वाली गरिमा लोहिया बक्सर शहर के बंगाला घाट के समीप स्थित चर्च के पास रहती है। वही उनके सफलता पर उनके परिवार और उनके जानने वाले बल्कि पूरे बक्सर वासियों में हर्ष का माहौल है. उनके घर पर मिठाईया बाँटी जा रही है।

वर्ष 2021 में शुरू की तैयारी:

गरिमा बगला घाट के स्वर्गीय मनोज लोहिया और माँ सीता लोहिया की पुत्री है. वह तीन भाई बहनों में मंझली है. गरिमा ने बताया कि उनकी शिक्षा-दीक्षा बक्सर के वुड स्टॉक स्कूल से हुई है, जिसके बाद सनबीम भगवानपुर से 10+2 किया और फिर बाद में किरोड़ीमल कॉलेज दिल्ली से उन्होंने अपना ग्रेजुएशन पूरा किया.

उन्होंने बताया कि कोविड-19 में वह बक्सर लौटी और फिर यहीं से उन्होंने 2021 में यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू की उन्होंने बताया कि उनका पहला लक्ष्य आईएएस की परीक्षा पास करना था जिसके लिए उन्होंने यूट्यूब तथा अन्य माध्यमों से तैयारी की. उन्हें उम्मीद थी कि उन्हें सफलता प्राप्त होंगे लेकिन देशभर में उन्हें इतना अच्छा रैंक मिलेगा यह उन्होंने कभी नहीं सोचा था।

2015 में हुई पिता की मृत्यु तो माँ ने नहीं टूटने दिया सपना :

उन्होंने बताया कि वर्ष 2015 में उनके पिता की मृत्यु हो गई उनके पिता ने यह सपना देखा था कि वह बेटी को आइएएस अधिकारी बनाएंगे. पिता के मरने के बाद यह सपना टूट जाता लेकिन माँ ने ऐसा नहीं होने दिया. गरिमा के साथ वह भी पूरी रात जगी रहती थी. उनके खाने पीने से लेकर उनकी हर जरूरत माँ ने पूरी की।

बिहार में देना चाहती हैं सेवा :

गरिमा ने बताया कि बिहार में ही सेवा देनी चाहती है क्योंकि बिहार से उनका अपना जुड़ाव है ऐसे में आईएएस बनने के बाद वह बिहार कैडर में ही आना चाहेंगी. गरिमा की सफलता से मोहल्ले वासी भी काफी उत्साहित हैं. स्थानीय निवासी मनीष नीरज ने बताया कि गरिमा ने कई रातों तक जाग जाग कर पढ़ाई की है. निश्चित रूप से उनकी इस सफलता से पूरे बक्सर वासियों का सीना गर्व से चौड़ा हो गया है।