उस्ताद की स्मृति में कला महाविद्यालय की स्थापना को जमीन की तालाश में जुटा प्रशासन
Buxar, B.P.: देश को गुलामी की दासता से मुक्ति दिलाने के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले स्वतंत्रता सेनानियों की याद में तोरण द्वार का निर्माण कराया जाएगा। तोरण द्वार का निर्माण स्वतंत्रता सेनानियों के पैतृक गांव में किया जाएगा। तोरण द्वार के निर्माण को लेकर प्रशासनिक कवायद शुरू हो चुकी है। इस आशय की जानकारी डीएम अमन समीर नें डुमरांव अनुमंडलाधिकारी के कार्यालय कक्ष में विधायक डा.अजीत कुमार सिंह, उप-विकास आयुक्त डा.महेन्द्र प्रसाद पाल, अनुमंडलाधिकारी कुमार पंकज, एएसपी श्रीराज,लोशिनि पदा. धनजंय त्रिपाठी, अंचलाधिकारी अंकिता सिंह एवं विधायक प्रतिनिधि नीरज कुमार के साथ विकास कार्यो के सवाल पर विचार विर्मश करने के बाद दी है।
डीएम अमन समीर ने बताया कि भारत रत्न उस्ताद विस्मिल्ला खां की स्मृति में अनुमंडल मुख्यालय डुमरांव में कला महाविद्यालय का निर्माण कराया जाएगा। कला महाविद्यालय का निर्माण कराए जाने के लिए पांच एकड़ जमीन की शिनाख्त करने के लिए डुमरांव की अंचलाधिकारी को निर्देशित किया गया है। आगे,डीएम अमन समीर ने बताया कि गत दिनों समाधान यात्रा के दौरान डुमरांव के विधायक द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष उस्ताद की याद में कला महाविद्यालय की स्थापना एवं स्वतंत्रता सेनानियों की याद में तोरण द्वार का निर्माण कराए जाने की मांग रखी गई थी।
मुख्यमंत्री द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों की याद में तोरण द्वार का निर्माण कराए जाने व उस्ताद की याद में कला महाविद्यालय की स्थापना के लिए उन्हें निर्देशित किया गया था। वहीं स्थानीय नगर में बाईपास रोड एवं बस पड़ाव के निर्माण को लेकर पूछे जाने पर जिलाधिकारी ने बताया कि बाईपास रोड के निर्माण को लेकर जल्द ही जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। बाईपास रोड के निर्माण कार्य एजेंसी एनएच-120 पथ प्रमंडल औरंगाबाद द्वारा खाता-प्लाट, खेसरा सहित नजरी नक्शा जिला भू अर्जन विभाग को उपलब्ध कराया जा चुका है।
जमीन अधिग्रहण के लिए जल्द ही भू अर्जन विभाग के माध्यम से गजट का प्रकाशन कराया जाएगा। उन्होनें बताया कि मेडिकल कालेज के भवन का निर्माण कराए जाने के लिए निर्माण कार्य एजेंसी एल एंड टी द्वारा जमीन का सीमांकन कराए जाने को लेकर आग्रह किया गया था। डुमरांव सीओ के माध्यम से मेडिकल कालेज के लिए उपलब्ध कराए गए जमीन का सीमांकन का कार्य पूरा करा दिया गया है। जल्द ही मेडिकल कालेज के भवन का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। अमर बलिदानी स्वतंत्रता सेनानी-डुमरांव व आस पास के कुल 21 वीर सपूतो ने मातृभूमि को अंग्रेजी हुकूमत की दासता से मुक्ति दिलाने के क्रम अपने प्राण तक को न्योछावर कर दिया था।
सन् 42 के स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान बलिदान होने वाले स्वतंत्रता सेनानियों में डुमरांव नगर के अमर बलिदानी कपिलमुनि, गोपाल जी कमकर, रामदास सोनार एवं रामदास लोहार के आलावे भिखी लाल, बिहारी लाल, प्रदुमन लाल, अब्दुल रहीम नालबंद का नाम इतिहास के पन्ने में स्वतंत्रता सेनानी के रूप में अंकित है। डुमरांव प्रखंड नावाडेरा के साधु शरण अहीर, रामदौर अहीर। सिमरी प्रखंड बड़का ढ़काईच के बालेश्वर दुबे। कोरान सराय के गोधन राम, सुखारी लोहार एवं भिखारी कमकर। नावानगर आथर व बसदेवा के रामेश्वर पांडेय, चंगन अहीर, तपेश्वर पांडेय, विश्वनाथ अहीर, शिवपुजन नट, दुलार लोहार एवं शिवपूजन कमकर का नाम इतिहास के पन्नें में स्वतंत्रता सेनानी के रूप में अंकित है।