कोर्स की उपयोगिता समझ विकसित करने में सहायक…
बक्सर/ बिफोर प्रिंट : जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अन्तर्गत डायट के माध्यम से जिला का शैक्षणिक सशक्तिकरण कार्यक्रम ‘माइक्रो-लर्निंग एण्ड एम्प्रूवमेंट प्रोग्राम के अन्तर्गत कक्षा 1 से 2 के शिक्षकों के लिए प्राथमिक स्तर पर पठन कौशल का विकास आधारित कोर्स और एम आई पी आधारित प्रोजेक्ट का लांचिंग विवेक कुमार मौर्य प्राचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, डुमराँव बक्सर दीक्षा कोर्स समन्वयक-सह- वरीय व्याख्याता, नवनीत कुमार सिंह, कोर्स क्रिएटर डॉ दिनेश कुमार, कोर्स रिव्वूअर डॉ संगीता कुमारी, उमेश झा, शिक्षक शिक्षा समन्वयक, बी ई पी बक्सर राज्य तकनीकी टीम के नीरज दास गुरु, कुमार अमलेंदु, गुंजन चतुर्वेदी डायट के समस्त व्याख्याता, दीक्षा तकनीकी टीम के सदस्यों, कोर्स लेखन के सदस्य द्वारा हाईब्रिड मोड द्वारा किया गया।
विवेक कुमार मौर्य, प्राचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, डुमराँव, बक्सर ने सभी उपस्थित अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि डायट, डुमराँव द्वारा लांच किया गया यह कोर्स बक्सर जिले के कक्षा 1 से 2 तक के सभी शिक्षकों के लिए है प्राथमिक स्तर पर पठन कौशल का विकास पर एक समृद्ध समझ विकसित करने में सहायक है। अतः सभी शिक्षक इस कोर्स को अवश्य पूर्ण करें। डायट द्वारा वर्तमान में कोर्स चलाया जा रहा है, जिसकी समझ का उपयोग इससे संबन्धित प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए शिक्षको द्वारा किया जाएगा।
इस कोर्स को पूर्ण करने के बाद शिक्षक सरल और सहज तरीके से शिक्षण कार्य को सम्पादित कर सकेगें। शिक्षक लिखित, समृद्ध माहौल, विभिन्न प्रकार की कहानियों व कविता संग्रहों का अनुकूल प्रयोग करके बच्चों कविता संग्रहों का अनुकूल प्रयोग करके बच्चों की पठन क्षमता का विकास कर सकेगें, इससे शिक्षकों के साथ-साथ हमारे छात्र भी लाभान्वित होंगे। शिक्षक जितना अधिक समय प्रशिक्षण में देंगे, हमारा शिक्षण उतना ही अधिक प्रभावी होगा। सभी शिक्षक दीक्षा से इनरोल्ड होकर इस कोर्स को पूर्ण करे, जिससे हम लिडिंग डिस्ट्रिक्ट बन सके। सतत प्रक्रिया के तहत शिक्षको का प्रशिक्षण कराया जा रहा है, जिससे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा छात्रों को प्राप्त कराया जा सके।
उमेश झा, शिक्षक शिक्षा समन्वयक, बी ई पी बक्सर ने कहा कि एन ई पी के तहत सतत व्यावसायिक योजना के अंतर्गत इस कोर्स को लांच किया जा रहा है, इस कौर्स को पूर्ण करने वालों शिक्षको की सतत मानीटरिंग जिला व प्रखण्ड स्तर पर की जाएगी और गुरु गोष्ठी में भी इसकी प्रगति की समीक्षा की जाएगी। नवनीत कुमार सिंह, कोर्स समन्वयक-सह-मेंटर ने कोर्स को पूरा करने के लिए विभिन्न चरणों को विस्तृत रूप से समझाते हुये कहा कि यह कोर्स बक्सर दीक्षा तकनीकी टीम व जिले के शिक्षको के समन्वित प्रयास द्वारा निर्मित किया गया है। इससे शिक्षक विभिन्न कौशलों और रणनीतियों को अपने शिक्षण कार्य में प्रयोग कर सकेगें।
साथ ही यह कोर्स शिक्षकों की क्षमता संवर्धन में कारगर साबित होगा। नीरज दास गुरु, राज्य हेड मंत्रा4चेंज ने कहा कि कोर्स निर्माण मे कोर्स की भाषा, कंटेन्ट ही नही कोर्स की शिक्षण विधि और क्लास रूम से उसका जुड़ाव महत्वपूर्ण होता है। यह कोर्स पठन कौशल पर आधारित है, यह कोर्स पठन कौशल के अभियान के लिए सशक्त भूमिका निर्वहन करेगा। कुमार अमलेंदु, राज्य तकनीकी टीम ने कहा यह कोर्स सीखने, क्रियान्वयन और साझा करने पर आधारित है। डायट बक्सर द्वारा पूर्व मे लेखन समूह के माध्यम से कोर्स का निर्माण कराया जाता रहा है, इसे इस चरण के लिए आधिकारिक रूप से पूरे बिहार राज्य मे सभी डायट द्वारा लागू किया जा रहा है। डॉ दिनेश सिंह, कोर्स क्रिएटर ने कहा कि इस कोर्स का निर्माण बच्चो की आवश्यकता के अनुरूप पठन कौशल की योग्यता को विकसित करने के लिए किया गया है। कोर्स रिव्वूअर डॉ संगीता कुमारी ने कहा कि शिक्षक के लिए आवश्यक है कि वह पठन कौशल के महत्व स्वरूप और उपयोग को समझकर उसके अनुरूप शिक्षण प्रक्रिया अपनाए।
प्राथमिक स्तर पर वाचन की बुनियाद कायम करने में महत्वपूर्ण है तथा इस स्तर पर सही वाचन कौशल का निर्माण आवश्यक है ताकि उसका सुप्रभाव आगामी कक्षाओं में परिलक्षित हो। भूपेंद्र सिंह यादव, व्याख्याता (हिन्दी) ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए इस कार्यक्रम जुड़े हुए सभी अतिथियों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त किया एवं तकनीकी सहायता के लिए राज्य तकनीकी टीम व मंत्रा4चेंज, आई पी ई एल को भी धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम संचालन श्री नवनीत कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर ऑनलाईन मोड में समग्र शिक्षा कार्यालय बक्सर से सभी संभाग प्रभारी बक्सर दीक्षा तकनीकी टीम और बक्सर जिले के सभी शिक्षक जुड़े रहे, और व्याख्याता, अजित कुमार, डॉ0 विनोद सिंह, डॉ0 ब्रजेश कुमार, डॉ सत्या मीनाक्षी, मनीष कुमार, सहदेव प्रसाद, अनिल कुमार राय, रवि प्रसाद मुकुल, सूर्य प्रकाश गुप्ता, मनोज चौहान सीएसओ से प्रियंका पंडित सहित संस्थान के सभी प्रशिक्षु व जिले के हाइब्रिड मोड से जुड़े रहे।