बक्सर(अरूण विक्रांत): शाबाश! डीएसपी साहेब। कर्तव्यों का पालन करते हुए साहस का अनूठा मिशाल पेश किया। समय से पहले अपराधकर्मियों को पिस्तौल व कारतूस सहित शिकंजे में लेकर उनके गलत मंसूबे में डुमरांव में दहशत पैदा करने पर पानी फेर दिया। यह वाक्यांश डुमरांव नगर के सामान्य नागरिको की जुबां पर है। शुक्रवार की अपराह् डुमरांव डीएसपी के.के.सिंह के नेतृत्व में सादे लिवास में तैनात पुलिस कर्मियों ने नाटकीय अंदाज में छठिया पोखरा-गौशाला रोड में अवस्थित डुभकी गांव के निवासी मुन्ना यादव नामक व्यक्ति के मकान में शरण लिए चार अपराधकर्मियों को छापामारी कर धर दबोचा था।
पुलिस ने पकड़े गए अपराधकर्मियों का शनिवार को खुलासा किया है। पुलिस सूत्रों की मानें तो पकड़े गए अपराधकर्मियों में दो सिवान के कुख्यात अपराधकर्मियों में प्रियांशु एवं अभिषेक है। जिनके खिलाफ सिवान में भी आपराधिक मामले दर्ज है। अन्य दो अपराधकर्मी में रोहित यादव एवं रौशन रजक की वर्तमान में चीनी मिल, बक्सर के निवासी के रूप में पहचान हुई है।
पुलिस सूत्रों के हवाले से मिली खबर के अनुसार, अपराधकर्मियों ने पुलिस के समक्ष दिए गए स्वीकारोक्ति बयान में डुमरांव नगर एवं नया भोजपुर में व्यवसायियों से रंगदारी वसूलने को लेकर फायरिंग की घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। पकड़े गए अपराधकर्मियों ने इसी तरह की घटना को सासाराम में अंजाम देने का काम किया था।
पकड़े गए अपराधकर्मी कुख्यात चंदन गुप्ता के ईशारे पर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने का काम करते थे। चारो अपराधकर्मियों के पास से लोडेड पिस्तौल सहित कारतूस बरामद किए गए है।
दूसरी ओर शनिवार को जिला पुलिस कप्तान उपेन्द्र नाथ वर्मा ने बक्सर स्थित अपने कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन के बीच अपराधकर्मियों के बारे में खुलासा किया है।