बेगूसराय/शिवा नंद गिरि। बिहार के सीएम नीतीश कुमार अब एनडीए का नहीं बल्कि महागठबंधन का हिस्सा बन चुके हैं. प्रदेश में महागठबंधन की नई सरकार बन चुकी है. इसके बाद से ही बीजेपी के नेता नीतीश कुमार पर लगातार हमला कर रहे हैं. बीजेपी नीतीश के खिलाफ राज्य भर में जनादेश से विश्वासघात के विरोध में धरना प्रदर्शन कर रही है. जिले में आयोजित धरना प्रदर्शन में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (भी शामिल हुए और सीएम नीतीश पर एक बार फिर से निशाना साधा.
बेगूसराय के सांसद सह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह नीतीश के साथ ही तेजस्वी यादव को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार नीति नी,,यत और नैतिकता को फ्रीज में रखकर राजनीति करते हैं. कुछ लोगों के द्वारा पीएम मटेरियल कहे जाने पर नीतीश कुमार रात में उठ कर बैठ जाते हैं और फिर आरजेडी के साथ मिलकर सरकार बनाने का निर्णय लेते हैं. बीजेपी के साथ रहकर वह पीएम नहीं बन सकते थे. क्योंकि बीजेपी के पास पीएम पहले से ही हैं और आगे भी नरेंद्र मोदी ही बीजेपी और पीएम का चेहरा रहेंगे. कान खोलकर सुन लीजिए 14 वाले 24 और 29 में भी पीएम पद पर बने रहेंगे.
“नीतीश कुमार को लगा कि वह आने वाले दिनों में प्रधानमंत्री बन सकते हैं. इसी वजह से उन्होंने एनडीए से अपना नाता तोड़ लिया. आज गलत बयानबाजी करके भाजपा पर सम्मान नहीं देने का दोषारोपण कर रहे हैं. 2002 से लेकर 2020 तक जिस व्यक्ति को पाल पोस कर यहां तक पहुंचाया, उसने ही धोखा दिया.”- गिरिराज सिंह, केंद्रीय मंत्री
नीतीश कुमार को बीजेपी ने केंद्र में मंत्री बनाया. 2020 में कम सीट आने के बावजूद बिहार का सीएम बनाया. भाजपा ने सदैव उन्हें सम्मान सहित मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाया है. ताजा सर्वेक्षण में नरेंद्र मोदी के पक्ष में 53 प्रतिशत लोगों ने सहमति जताई है. उस लिस्ट में नीतीश कुमार का नाम दूर दूर तक नहीं है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह स्वार्थी लोगों का मेल है. जितना उपमुख्यमंत्री बना लें. उन्होंने दावे के साथ कहा कि अगर नीतीश कुमार में हिम्मत है तो अकेले चुनाव लड़ लें. कुल मिलाकर बिहार में एनडीए की सरकार गिरने के बाद नीतीश कुमार लगातार भाजपा नेताओं के निशाने पर हैं और भाजपा नेता एक-एक कर नीतीश कुमार की पोल खोलने में लगे हुए हैं.