— जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में नियुक्त चिकित्सकों की सूची को लेकर लिखा गया पत्र
Biharsharif/Avinash pandey : नालंदा जिले में बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था मुहैया कराने को लेकर नालंदा के सिविल सर्जन अविनाश कुमार ने कमर कस ली है। शुक्रवार को सिविल सर्जन ने वैसे पांच चिकित्सकों के वेतन पर रोक लगा दिया है जो पिछले काफी दिनों से ड्यूटी से फरार चल रहे हैं। इसकी आधिकारिक पुष्टि स्वयं सिविल सर्जन ने की है। उन्होंने कहा है कि जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में वैसे डॉक्टर जो नियमित तरीके से अपनी ड्यूटी से गायब रहते हैं उसकी जानकारी उनके द्वारा सरकार को मुहैया करा दी जाती है।
उन्होंने बताया कि सिविल सर्जन कार्यालय द्वारा जिले के सभी सरकारी अस्पतालों के प्रभारियों को यह पत्र लिखकर पूछा गया है कि संबंधित सरकारी अस्पतालों में वर्तमान के समय में कितने चिकित्सक कार्यरत हैं। सिविल सर्जन के इस कार्रवाई के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
सिविल सर्जन ने स्पष्ट तौर पर बता दिया है कि किसी भी कीमत में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि उनका आवश्यक निरीक्षण भी सदर अस्पताल के अलावा जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में चलेगा। गौरतलब है कि 1 दिन पूर्व स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नालंदा के सिविल सर्जन को स्वास्थ्य व्यवस्था और मजबूत करने को लेकर कई दिशा निर्देश दिए थे।