नालंदा : फ़ाइलेरिया उन्मूलन के लिए समुदाय को जागरूक व दवा सेवन के लिए प्रेरित करना जरूरी- डॉ. निहारिका

नालंदा
  • सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के बारे में समुदाय को जागरूक करने के उद्देश्य से जागरूकता वैन रवाना
  • प्रोजेक्ट कंसर्न इंटरनेशनल (पीसीआई ) के सौजन्य से विभाग को प्राप्त हुई वैन

बिहारशरीफ/अविनाश पांडेय: फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर 7 जुलाई से जिले में सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम की शुरुआत की जाएगी। अभियान में ज्यादा से ज्यादा जनसहभागिता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सोमवार को सदर अस्पताल परिसर से विडियो से सुसज्जित वैन को क्षेत्रीय अपर निदेशक, स्वास्थ्य विभाग, पटना प्रमंडल, निहारिका शरण, जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. राम कुमार प्रसाद तथा अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. विजय कुमार सिंह द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया ।

यह वैन बिहारशरीफ शहरी क्षेत्र के सभी वार्ड में घूमकर 7 जुलाई से प्रस्तावित सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के बारे में लोगों को जागरूक करेगी। वैन 27 जून से 25 जुलाई तक रोचक विडियो के माध्यम से शहरी क्षेत्र में लोगों को आगे आकर फ़ाइलेरिया की दवा के सेवन करने के लिए प्रेरित करेगी और उन्हें फ़ाइलेरिया के खतरों से भी अवगत कराएगी। इस अवसर पर क्षेत्रीय अपर निदेशक, स्वास्थ्य विभाग, पटना प्रमंडल, निहारिका शरण, जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. राम कुमार प्रसाद तथा अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. विजय कुमार सिंह, रीना कुमारी, फ़ाइलेरिया इंस्पेक्टर रामानंद प्रसाद एवं पीसीआई की तरफ से मनीष कुमार सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।

फ़ाइलेरिया उन्मूलन के लिए समुदाय को जागरूक और दवा सेवन के लिए प्रेरित करना जरूरी- डॉ. निहारिका
इस अवसर पर डा. निहारिका शरण ने कहा कि फ़ाइलेरिया उन्मूलन अभियान को सफल बनाने के लिए सभी का दवा सेवन करना जरूरी है। वैन के माध्यम से समुदाय तक यह संदेश दिया जाए कि फ़ाइलेरिया की दवा खानी क्यूं जरूरी है और लोगों को जागरूक कर दवा खाने के लिए प्रेरित किया जाए।

जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. राम कुमार प्रसाद ने बताया फाइलेरिया एक गंभीर रोग है। जिसे फाइलेरिया की दवा सेवन से ही बचा जा सकता है। कभी-कभी फाइलेरिया के परजीवी शरीर में होने के बाद भी इसके लक्षण सामने आने में वर्षों लग जाता है। इसलिए फाइलेरिया की दवा का सेवन सभी लोगों के लिए लाभप्रद है। लेकिन गर्भवती महिलाओं, दो साल से कम उम्र के बच्चों और किसी गंभीर रोग होने पर फाइलेरिया की दवा नहीं खिलानी है।

इसके साथ 2 से 5 वर्ष की उम्र तक के बच्चों को डीईसी की एक गोली एवं एलबेंडाजोल की एक गोली, 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों को डीईसी की दो गोली एवं एलबेंडाजोल की एक गोली एवं 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को डीईसी की तीन गोली एवं एलबेंडाजोल की एक गोली देने का निर्देश दिया गया है।

यह भी पढ़े..