नालंदा: इंटरमीडिएट साइंस में 472 अंक प्राप्त कर बिहार का सेकंड टापर रहे हरनौत प्रखंड के बराह निवासी हिमांशु कुमार

नालंदा

— बिहार में नालंदा का नाम रोशन किया

Biharsharif/Avinash pandey: इंटरमीडिएट साइंस में 472 अंक प्राप्त कर बिहार का सेकंड टापर रहे हरनौत प्रखंड के बराह निवासी हिमांशु कुमार ने बिहार में नालंदा का नाम रोशन किया। इनके पिता रमेश यादव भूमिहीन हैं। वे अन्न के लिए पट्टे पर थोड़ी खेती करते हैं। वे हिमांशु की पढ़ाई का खर्च निकालने के लिए भैंस पाल कर दूध बेचते हैं। मां सुनीता देवी घर-गृहस्थी में हाथ बंटाती हैं। बेटे की सफलता पर दोनों गौरवान्वित हैं। परीक्षा फल जारी होने के कुछ ही देर बाद मीडिया कर्मियों का जुटान उनके घर पर होने लगा। लोग मिठाइयां लेकर आने लगे। यह सब देख शुरू में उन्हे कुछ समझ नहीं आया।

मंगल वार शाम जिला शिक्षा अधिकारी केशव प्रसाद पहुंचे और बधाई दी। हिमांशु आरपीएस कालेज हरनौत का छात्र है। आरपीएस इंटरमीडिएट कालेज प्राचार्य डा. अनुज कुमार सिन्हा ने भी घर आकर बधाई दी। अंचलाधिकारी नीरज कुमार प्रखंड विकास पदाधिकारी उज्वल कांत ने भी बधाई दी है और उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। इसके अलावा शिक्षक संघ के प्रतिनिधि भी हिमांशु के घर पहुंचे और उन्हें तथा उनके माता सुनीता देवी तथा पिता को बधाई दी।

बराह पंचायत के मुखिया और इसी गांव निवासी सीता देवी ने बताया कि रमेश यादव के तीन पुत्रों में हिमांशु दूसरे नंबर पर है। बड़ा पुत्र को हाल ही में नौकरी हुई है। मुखिया के पुत्र पिंटू यादव ने बताया कि रमेश निर्धन हैं। पट्टे पर लेकर खेती करते हैं। दूध बेचकर बच्चों की पढ़ाई करा रहे हैं। वे तीनों पुत्रियों की शादी कर चुके हैं।

छोटा पुत्र भी पढ़ाई में होशियार है। बड़ा बेटा नौकरी में गया है। अब घर की माली हालत में धीरे-धीरे सुधार होगा। हिमांशु ने बिफोरप्रिंट को बताया कि गरीबी दूर करने के लिए हमारे पास पढ़ाई के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है। घर की माली हालत ठीक नहीं है। स्नातक करने के बाद हम कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा पास कर अधिकारी बनने का लक्ष्य रखा है।