पटना, विपिन कुमार : बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन आरजेडी समेत तमाम विपक्षी दलों के विधायकों ने सदन के अंदर और बाहर भारी हंगामा किया। सदन के बाहर विधान मंडल भवन परिसर में हाथों में तख्तियां लेकर तेजस्वी यादव को 2025 में मुख्यमंत्री बनाने की मांग करते दिखे। साथ ही तख्तियों में मौजूदा सरकार के खिलाफ लाइनें लिखकर विरोध जताते दिखे। आरजेडी विधायकों कहा कि बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) का 70वां परीक्षा होने जा रही है।
उसमें जिस तरह से अलग-अलग प्रश्नपत्र के सेट और अलग-अलग परीक्षा ली जा रही है। इससे छात्रों में आक्रोश है। इससे रिजल्ट प्रभावित होगा और नॉर्मलाइजेशन के नाम पर यह बहुत बड़ी गलती की जा रही है।
विपक्षी विधायकों का कहना है कि जनता और छात्रों में बहुत आक्रोश है। रिजल्ट प्रभावित होने की लोगों में आशंका है। उत्तर प्रदेश में भी इसी तरह के मामले में बहुत बड़ा बवाल हुआ है। यहां भी छात्रों की मांग है कि एक तरह की परीक्षा एक साथ होनी चाहिए।
अलग-अलग क्वेश्चन सेट नहीं होना चाहिए। दूसरी बात यह है कि सिपाही भर्ती की परीक्षा में भी जो आप ईडब्ल्यूएस वगैरह में भी आप करंट सर्टिफिकेट मांग रहे हैं। पुराने सर्टिफिकेट के आधार पर नौकरी दिया जाता है। इसकी वजह से भी बहुत लोग प्रभावित हो रहे हैं। नौकरी देने में जानबूझकर किसी प्रकार की त्रुटि छोड़ देते हैं जिससे लोग कोर्ट चले जाएं और नौकरी स्थगित हो जाए।