स्टेट डेस्क/पटना: तटबंध टूट गये। लोग डूबने लगे, घर ताश के पत्तों की ढहने लगे तब सरकार जागी! अफसरों की टीम एरियल सर्वे निकली। जबकि नेपाल में अप्रत्याशित भारी बारिश के कारण बिहार में तबाही की आशंका सप्ताह भर पहले से जताई जा रही थी।
आधिकारिक बयान में बताया गया है कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत के नेतृत्व में अधिकारियों की टीम ने दरभंगा एवं सीतामढ़ी जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का एरियल सर्वे किया।
हवाई सर्वेक्षण के पश्चात् अधिकारियों की टीम ने दरभंगा के डीएम एवं दरभंगा के एसएसपी के साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। प्रत्यय ने अधिकारियों के साथ बैठक कर बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर चलाये जाने का निर्देश दिया। आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव ने कहा कि दरभंगा में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोग तटबंध पर शरण लिए हुए हैं।
वहां पर्याप्त रौशनी हेतु अविलंब जेनरेटर की व्यवस्था एवं अस्थायी शौचालय बनाने का निर्देश दिया गया है। बाढ़ पीड़ित लोगों के लिए 19 कम्युनिटी किचेन रात तक चालू हो जायेगा, जहां भोजन की समुचित व्यवस्था होगी। तटबंध पर शरण लेने वाले लोग आसपास के ही हैं इसलिए उनके आवागमन हेतु नाव की सुविधा भी उपलब्ध करायी गयी है ताकि उन्हें किसी प्रकार की कठिनाई न हो।
अमृत ने बताया कि ड्राई राशन का पैकेट बनना शुरू हो गया है और यह कल से बाढ़ पीड़ितों के बीच बंटना शुरू हो जायेगा। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में डॉक्टरों की टीम प्रतिनियुक्त कर दी गयी है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पशु चारा की कमी न हो इसके लिये जिला पशुपालन पदाधिकारी को आवश्यक निर्देश दिये गये हैं।
अमृत ने दरभंगा के डीएम को एस०ओ०पी० के अनुसार तत्परतापूर्वक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। दरभंगा में बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के अध्यक्ष शीर्षत कपिल अशोक एवं संयुक्त सचिव भवन निर्माण विभाग आशुतोष को कैम्प कराया गया है।
दरभंगा में एरियल सर्वे करने के पश्चात् अमृत ने सीतामढ़ी जिले के बाढ़ प्रभावित बेलसंड प्रखण्ड का भी एरियल सर्वे किया और अधिकारियों को तत्परतापूर्वक एस०ओ०पी० के अनुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिये। आपदा प्रबंधन विभाग के विशेष कार्य पदाधिकारी राहुल कुमार, भा०प्र०से० को सीतामढ़ी में कैम्प कराया गया है।