रिश्तों पर जमी बर्फ पिघली तो हीना और ओसामा की हुई घर‌ वापसी, लालू और तेजस्वी ने दिलाई राजद की सदस्यता!

पटना

स्टेट डेस्क/पटना: रिश्तों पर जमी बर्फ आखिरकार पिघल गयी और हीना शहाब और उनके पुत्र ओसामा रविवार को राष्ट्रीय जनता दल में शामिल हो गये। दोनों को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने पार्टी की सदस्यता दिलाई। हिना सिवान के पूर्व सांसद दिवंगत मो शहाबुद्दीन की पत्नी हैं। ओसामा उनके बेटे हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने पर हिना सिवान से निर्दलीय लड़ गयी थीं। नतीजा हुआ कि राजद के प्रत्याशी अवध बिहारी चौधरी बुरी तरह पराजित हो गये।

जदयू प्रत्याशी विजयलक्ष्मी 92857 वोट से चुनाव जीत गयीं। हिना दूसरे और अवध बिहारी तीसरे नंबर पर रहे। अवध बिहारी 187685 वोटों के अंतर से पिछड़ गये। हिना और अवध बिहारी को को जितने वोट मिले उससे करीब एक लाख कम वोट लाकर जदयू की प्रत्याशी जीत गयी थी। यानी हिना या अवध बिहारी में से कोई एक लड़ता तो राजद की जीत सुनिश्चित हो जाती।

बताया जाता है कि शहाबुद्दीन खानदान की नाराज़गी का असर आसपास के लोकसभा क्षेत्रों पर भी दिखा। नतीजे INDIA गठबंधन के खिलाफ गये। चुनाव के बाद से ही हिना की घर वापसी की चर्चा चल रही थी। राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि यदि चुनाव के दौरान समझदारी दिखाई गयी होती तो शायद कुछ और सीटें राजद की झोली में होती।

हीना शहाब और उनके बेटे ओसामा अपने काफिले के साथ रविवार को राबड़ी आवास पहुंचे। लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव ने दोनों को पार्टी का पटका और टोपी पहनाकर राजद की सदस्यता दिलाई।

मालूम हो कि हीना राजद में अपनी कथित उपेक्षा से नाराज़ थीं। वह आरोप लगाती रही थी कि शहाबुद्दीन की मोती के बाद पार्टी ने उनके लिए कुछ नहीं किया। हालांकि शहाबुद्दीन के सजायाफ्ता होने के बाद 2014 और 2019 में राजद ने हीना को टिकट दिया था। लेकिन उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा। उससे पहले 2009 का चुनाव शहाबुद्दीन भी हारे थे। निर्दलीय ओमप्रकाश यादव उन्हें हराया था।

हीना और ओसामा की राजद में वापसी के बाद कहा जा रहा है कि ओसामा विधानसभा चुनाव में राजद के टिकट पर लड़ेंगे। सथ ही उस इलाके में पार्टी के प्रचार की कमान भी संभालेंगे। ओसामा अपने पिता की तरह ही अपनी दबंग छवि बना रहे हैं । एक बार जेल जा चुके हैं।