पूर्णिया : दिन दहाड़े शहर के सबसे महत्वपूर्ण थाने के नजदीक अपराधियों ने मचाया तांडव, जवाब में एक्टिव हुई पुलिस ने रिटायर्ड दरोगा के पुत्र के हत्यारे को हत्या के 6 घण्टे के अंदर किया गिरफ्तार

पूर्णियाँ

पूर्णिया (राजेश कुमार झा) : शहर के सबसे व्यस्ततम कहे जाने वाले खजांची हॉट थाने के नाक के नीचे आज सुबह 10 बजे कुछ अपराधियों ने रिटायर्ड दरोगा पुत्र की गोली मारकर हत्या कर दी, बताते चकें कि आज गुरुवार सुबह तकरीबन 10 बजे वह कॉलेज चौक से पशुपालन विभाग की ओर आ रहा था!

इसी दौरान बाइक सवार दो बदमाश उसका पीछा करने लगे, युवक को जैसे ही इसकी भनक लगी, उसने अपनी गाड़ी की रफ्तार तेज करते हुए भागने लगा! इसी दौरान वह पशुपालन विभाग के पास एक पेड़ से टकराकर सड़क कर गिर गया, बदमाशों ने बाइक रोककर उसे कमर और सिर में गोली मारी दी!

गोलियों की आवाज सुन इलाके में हड़कंप मच गया! आसपास के लोगों की भीड़ लग गई, लोग जब तक उसे अस्पताल लेकर जाते उसकी मौत हो गई, इधर घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया !

मृतक की पहचान सतीश झा के पुत्र नीरज झा ( 34 वर्ष) के रूप में की गई, इधर,घटना के बाद जिला परिषद सदस्य अनुलिका सिंह अस्पताल पहुंची और आरोप लगाया कि मेरे पति रिंटू सिंह और परिजन बेनी सिंह के हत्यारे ने ही नीरज झा की हत्या की है! अनुलिका सिंह ने बताया कि मंत्री लेशी सिंह का भतीजा आशीष सिंह उर्फ अटिया अब भी खुलेआम घूम रहा है! पुलिस उसे अब तक पकड़ नहीं पाई है.अगर पुलिस समय रहते उसे गिरफ्तार कर लेती तो आज नीरज की मौत नहीं होती!

CCTV खंगालने में जुटी पुलिस :

सदर SDPO सुरेन्द्र कुमार सरोज ने बताया कि आसपास के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है! जल्द ही बदमाशों की पहचान कर गिरफ्तार कर लिया जाएगा! पुलिस ने बताया कि नीरज मूल रूप से सहरसा जिला के चैनपुर के स्थायी निवासी था! वह बचपन से ही अपने परिवार के साथ के0 हाट थाना क्षेत्र के सिपाही टोला में रहता था.

पूर्व पुलिस पदाधिकारी का बेटा था नीरज :

मृतक के दोस्तों ने बताया कि नीरज झा के पिता सतीश झा पुलिस विभाग में कार्यरत थे, नीरज के पिता अब नहीं है. परिवार में मां,एक बहन और एक छोटा भाई है! परिवार नीरज ही चलाता था, वह बस स्टैंड में बैरियर वसूली का काम करता था!

बिट्टू सिंह का करीबी था नीरज :

मृतक के जानने वालों ने बताया कि नीरज पूर्णिया के कुख्यात बिट्टू सिंह के करीबी बताया जाता है, और उसका कारोबार संभालता था! इसके बिट्टू सिंह के विरोधियों से अक्सर झड़प होता था, बस स्टैंड में नीरज बैरियर वसूली करता था! विरोधी अक्सर नीरज से रंगदारी मांगते थे.जब रंगदारी नहीं दिया और बिट्टू सिंह का साथ नहीं छोड़ा तो विरोधियों ने गोली मारकर हत्या कर दीदी!