पूर्णिया : गले मे गमछा,हाथ मे सच तक का माइक और खबरें पूरी झूठी, सच तक से झूठ तक का सफरनामा, फर्जी वीडियो वायरल कर देश की जनता को दिग्भ्रमित करने वाला मास्टरमाइंड मनीष कश्यप पर बिहार से लेकर कई राज्यों में दर्जनों मामले दर्ज, जानें इस फर्जी मास्टरमाइंड की पूरी कहानी

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पूर्णिया:-11 मार्च(राजेश कुमार झा) गले मे गमछा और हाथ में सच तक का माइक,लेकिन खबरें पूरी झूठी.हमेशा विवादों में रहने वाले युट्यूबर मनीष कश्यप की आदतें ही आज उनको बड़ी मुसीबत में डाल दिया.देश मे कहीं भी कोई मामला हो,बिना तथ्य जाने ही कोई भी मामले को यूट्यूब में डालकर उसे वायरल कर देना ही मनीष कश्यप की आदत रही है.जिसको लेकर मनीष काफी झूठी सुर्खियां बटोर चुके है.कहते हैं कि इनको आदतन इसी तरह के काम करने में महारत हासिल है.तमिलनाडु के अलावे ऐसे कई मामले है.जो काफी विवादों में रही.मिली जानकारी के मुताबिक मनीष कश्यप के ऊपर 2019 से लेकर अभी तक कुल 11 मामलों में एफआईआर दर्ज हो चुका है.

पिछली बार पूर्णिया आने पर भी इनके साथ बनमनखी चीनी मिल मामले में भी स्थानीय लोगों के कोप का भाजन बनना पड़ा था. सिर्फ बिहार में ऐसे कई मामले है जिनको लेकर इन्हें लोगों के कोप का भाजन बनना पड़ा.बताते चलें कि तमिलनाडु के फर्जी वीडियो के ताजे मामले में इस युट्यूबर मनीष कश्यप का नाम आने के बाद मामला काफी गर्म हो गया और फर्जी वीडियो वायरल मामले में बिहार का नाम काफी खराब हुआ है.साथ ही देश की जनता को दिग्भ्रमित करने का आरोप लगने से इनकी खुद की छवि भी काफी खराब हुई है.

बताते चलें कि तमिलनाडु मामले में गई बिहार की टीम वापस लौट चुकी है.जांच टीम में शामिल ग्रामीण विकास विभाग के सचिव बाला मुरुगन डी ने जानकारी देते हुए कहा कि तमिलनाडु में फैक्ट्री में काम कर रहे बिहारी श्रमिकों एवं फैक्ट्री मालिकों सहित प्रशासनिक पदाधिकारियों के साथ हुई बैठक की गई.सबों ने बिहारी श्रमिकों के बारे में चली वायरल वीडियो को फर्जी एवं बेबुनियाद बताते हुए कहा कि यहां बिहारी श्रमिकों के साथ कहीं कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है.

सभी बिहारी श्रमिक पूरी तरह सुरक्षित है.ये वीडियो पूरी तरह बेबुनियाद एवं फर्जी है.उन्होंने बताया कि वायरल वीडियो से देश के लोगों में जो भ्रम फैल गया था. उसे अब देश की जनता समझ चुकी है.स्तिथि अब पूरी तरह सामान्य हो चुकी है.फिलहाल मनीष कश्यप फरार बताये जा रहे है.