पूर्णिया : जिले में पहली बार शुरू हुआ “मिशन परिवर्तन”…अब पूरे स्वास्थ्य विभाग का होगा कायाकल्प…MAY I HELP YOU..काउंटर में होगी दक्ष कर्मी की बहाली…पढ़ें क्या है “मिशन परिवर्तन”

पूर्णियाँ

पूर्णिया:-01 जून(राजेश कुमार झा)आज दिनांक 01.06.2023 को जिला पदाधिकारी पूर्णिया कुंदन कुमार की अध्यक्षता में मिशन परिवर्तन कार्यक्रम की बैठक आयोजित की गई जिसमें नगर आयुक्त नगर निगम पूर्णिया, सिविल सर्जन पूर्णिया एवं अधीक्षक राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल पूर्णिया उपस्थित थे.बैठक में मिशन परिवर्तन के अंतर्गत रोगियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने की कार्रवाई से संबंधित बिंदुओं पर चर्चा की गई. विभागीय निर्देशानुसार राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल,पूर्णिया में अवस्थित ए0 एन0 एम0 स्कूल एवं छात्रावास जिसका भवन जर्जर हो चुका है,को अन्यत्र शिफ्ट करने का विचार किया गया.

उक्त के क्रम में अधीक्षक द्वारा बताया गया कि वर्तमान में नवनिर्मित जी०एन०एम० स्कूल भवन में ए० एन० एम० स्कूल का शिफ्टिंग संभव नहीं है,क्योंकि जी०एन०एम० स्कूल भवन के तीनों फ्लोर पूर्व से ही अन्य कार्यालयों / विभागों को आवंटित है.जी०एन०एम० स्कूल भवन में आर०टी०पी०सी०आर लैब, अपोलो डायलिसिस सेंटर , डी०ई०आई०सी० कार्यक्रम एवं अन्य कार्यालय संचालित है. जिनका शिफ्टिंग संभव नहीं है. इसलिए विचारोपरांत निर्णय लिया गया कि पारा मेडिकल भवन में अवस्थित गर्ल्स हॉस्टल में ए०एन०एम० स्कूल की छात्राओं को तत्काल शिफ्ट किया जा सकता है.

ए०एन०एम० स्कूल पूर्णिया में 83 छात्राएं है,जिनके पारा मेडिकल भवन में शिफ्टिंग के पश्चात भी कुल 96 बेड शेष/रिक्त रह जाते हैं. जिला पदाधिकारी द्वारा पारा मेडिकल भवन में यथाशीघ्र सी०सी०टी०वी० कैमरा अधिष्ठापित करने हेतु निर्देश दिया गया.साथ ही यह भी निर्देश दिया गया कि वर्णित भवन के Boy’s Hostel एवं Girl’s हॉस्टल दोनों में विजिटर लॉग बुक संधारित करना सुनिश्चित करें एवं अनिवार्य रूप से प्रत्येक आने जाने वाले आगंतुकों का समय के साथ विवरण अंकित किया जाए. इसी क्रम में,प्रायः देखा जा रहा है कि गर्भवती महिलाएं पैथोलॉजिकल जांच हेतु लंबे समय तक लाइन में अपनी बारी की प्रतीक्षा करती है.जो कि बहुत ही खेद जनक स्थिति है.

उक्त पर जिला पदाधिकारी के द्वारा निर्देश दिया गया कि जो पारामेडिक्स वहां काम करते हैं, उनके व्यवहार में परिवर्तन की आवश्यकता है,तथा वैसे रोगी जिन पर त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता है.उस पर अविलंब संज्ञान लेते हुए उनका उपचार कराना सुनिश्चित करें. यह भी निर्देश दिया गया कि अस्पताल आने वाले रोगियों को मूल सुविधाएँ यथा पीने का पानी, शौचालय,बैठने की व्यवस्था इत्यादि पर मुख्य रुप से ध्यान देने की आवश्यकता है,एवं अविलंब सभी मूल सुविधाओं को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया. जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा अधीक्षक जी०एम०सी०एच० को रोगियों के बैठने की व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए निर्देशित किया गया तथा आवश्यकता अनुसार अतिरिक्त कुर्सी( यदि आवश्यकता हो तो) का नियमानुसार क्रय करने हेतु निदेश दिया गया.

“May I Help You” काउंटर के सुचारू रूप से संचालित करने तथा उक्त काउंटर पर दक्ष कर्मी (जिसे अस्पताल के बारे पूर्ण रूप से जानकारी हो ) को प्रतिनियुक्त करने का निदेश दिया गया.साथ ही अधीक्षक जी०एम०सी०एच० को Traige Room की व्यवस्था के लिए भी निदेशित किया गया. जिला पदाधिकारी महोदय के द्वारा अधीक्षक जी०एम०सी०एच० को कहा गया कि चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल हेतु किसी चीज की आवश्यकता हो, जिसके लिए राज्य स्तर से निर्देश/अनुमोदन की आवश्यकता है,तो उनके (जिला पदाधिकारी )स्तर से सार्थक पहल की जाएगी.