सेंट्रल डेस्क : रेलवे मंत्रालय द्वारा जारी एक नए परिपत्र के अनुसार, भारतीय रेलवे अब यात्रियों को कनेक्टिंग यात्रा के लिए दो पीएनआर लिंक करने की अनुमति देगा। दरअसल, भारतीय रेलवे PNR लिंकिंग के कॉन्सेप्ट को लाने जा रहा है। इससे कनेक्टिंग ट्रेन की यात्रा में सुविधा मिलेगी। दरअसल इससे रिंफंड में आसानी होगी।
फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन के मुताबिक इससे आईआरसीटीसी ई-टिकट के दो पीएनआर या पीआरएस काउंटर टिकट के दो पीएनआर या दोनों का एक-एक पीएनआर लिंक किया जा सकेगा। कुछ ऐसे उदाहरण हैं, जहां एक कनेक्टिंग यात्रा के लिए दो पीएनआर लिंक न होने के कारण, रेल यात्रियों की दूसरी ट्रेन छूटने की स्थिति में रिफंड का दावा करने में समस्याओं का सामना करना पड़ा है।
रेलवे और IRCTC के नए नियम 1 अप्रैल, 2019 से प्रभावी होंगे, नए नियमों के मुताबिक यदि पहली ट्रेन के लेट होने पर किसी की अगली ट्रेन छूट जाती है तो यात्री से सिर्फ उतना ही किराया लिया जाएगा जितनी कि उसने यात्रा की है। बाकी का किराया वापस कर दिया जाएगा।
पहली ट्रेन के वास्तविक आगमन के तीन घंटे के भीतर रिफंड के लिए टिकट सरेंडर करने पर यात्रियों से कोई कैंसिलेशन या क्लर्क चार्ज नहीं वसूला जाएगा। नई पीएनआर लिंकिंग सुविधा के लिए, सीआरआईएस और आईआरसीटीसी को अपने सॉफ्टवेयर में आवश्यक बदलाव करने होंगे।
पीएनआर लिंकिंग और रिफंड के लिए
नए नियमों के कुछ मुख्य बिंदु हैं
1. दोनों पीएनआर में नाम सहित यात्री की डिटेल एक जैसी होनी चाहिए।
2. नए पीएनआर लिंकिंग और रिफंड नियम सभी वर्गों के लिए लागू हैं।
3. मुख्य ट्रेन में यात्री का गंतव्य स्टेशन और कनेक्टिंग ट्रेन का
बोर्डिंग स्टेशन एक ही होना चाहिए।