गया : अंतरराष्ट्रीय मूर्ति तस्कर गिरोह का खुलासा, पांच गिरफ्तार

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गया/बीपी प्रतिनिधि। गया पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय मूर्ति तस्कर गिरोह का बड़ा खुलासा करते हुए पांच मूर्ती तस्करों को गिरफ्तार किया है। वहीं अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों की मूल्य की आंकी जाने वाली प्राचीनकालीन बुद्ध प्रतिमा और स्तूप की बरामदगी की गई है। गया पुलिस को यह सफलता बोधगया के मस्तपूरा गांव में में चली कार्रवाई के दौरान मिली है।

मौके से कई सदी पुरानी बुद्ध प्रतिमा और स्तूप मिले हैं। पुलिस का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत करोड़ों में है। मामले में पुलिस की कार्रवाई चल रही है। गया के सिटी एसपी राकेश कुमार ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि बोधगया के कुछ मूर्ति तस्कर प्राचीनकाल की चोरी की मूर्तियों की खरीद-बिक्री के लिए जमा होने वाले हैं।

सूचना के आधार पर पुलिस ने बोधगया के मस्तपुरा स्थित प्राचीन मूर्तियों के तस्कर घूंघर चौधरी के घर पर छापेमारी की। पुलिस ने छापेमारी के दौरान वहां से दो प्राचीन मूर्ति और चार स्तूपों के साथ पांच लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार मूर्ति तस्करों के पास से भूमि स्पर्श मुद्रा में बैठे भगवान बुद्धा की चार मूर्तियां, पद्मासन में बैठे भगवान बुद्धा की एक मूर्ति, मथुरा शैली की भगवान बुद्ध के सर की एक मूर्ति, चार मंदिरों के प्राचीन स्तूप, तीन मोबाइल फ़ोन व एक कार बरामद की गई है।

गिरफ्तार मूर्ति तस्करों में सिलाव थाना क्षेत्र के सीमा गांव निवासी मो. शमशाद, बोधगया थाना क्षेत्र के मस्तपुरा निवासी घूंघर चौधरी, पटना जिला के दानापुर उसरी निवासी अमित कुमार, कटिहार जिला के ड्राइवर टोला निवासी अरविन्द दास व नवादा जिला के बुंदेलखंड थानांतर्गत अफजलनगर, पावनवाड़ा निवासी मो सोनू शामिल हैं।

गिरफ्तार लोगों से पूछताछ के दौरान पता चला कि सिलाव थाना क्षेत्र के सीमा निवासी मोहम्मद इदरीश इससे पहले भी चार बार प्राचीन मूर्तियों की चोरी और डकैती केस में जेल जा चुका है। उसके मोबाइल से कई प्राचीन मूर्तियों की तस्वीर व डिटेल भी पुलिस को मिले हैं। पूछताछ के दौरान उसने बताया कि वह प्राचीन चोरी की मूर्तियों का कारोबार करता है और उसे नेपाल के रास्ते अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भेजता है। इसके पहले वह वर्ष 2012 से 2019 के बीच फतेहपुर, कतरीसराय, राजगीर व दीपनगर थाना से मूर्ति तस्करी व डकैती के मामले में जेल जा चुका है।

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घूंघर चौधरी पिछले 8-10 साल से बोधगया में मूर्ति व पुराने सामानों की दुकान चलता है। इसी दौरान वह वाराणसी के एक मूर्ति तस्कर के संपर्क में आया और मूर्तियों की तस्करी शुरु कर दी। घूंघर चौधरी इससे पहले मुगलसराय, दिल्ली, दाउदनगर और गया में मूर्ति तस्करी के आरोप में जेल जा चुका है। जबकि गिरफ्तार अरविन्द दास कटिहार जिला का मछली कारोबारी और जमीन का दलाल है।