चंपारण : राधामोहन सर्वमान्य नेता, विधायक पवन ने बांटा वैश्य समाज : मंजू देवी

मोतिहारी
  • महागठबंधन उम्मीदवार की जीत के बाद एनडीए उम्मीदवारों के बीच राजनीतिक घमासान

मोतिहारी/राजन दत्त द्विवेदी। जिला परिषद के अध्यक्ष पद के लिए बीते तीन जनवरी को हुए चुनाव में एनडीए के दो प्रत्याशियों की हुई हार एवं महागठबंधन उम्मीदवार की जीत के बाद एनडीए उम्मीदवारों के बीच राजनीतिक घमासान मचा हुआ है।

दो दिन पूर्व निवर्तमान जिला परिषद अध्यक्ष प्रियंका जायसवाल और उनके पति भाजपा विधायक पवन जायसवाल के बयान पर भाजपा नेताओं के साथ जदयू के प्रदेश महासचिव मंजू देवी ने इसे गंभीरता से लेते हुए सांसद राधामोहन सिंह को अपना सर्वमान्य नेता बताया।

कहा कि राजेंद्र गुप्ता जी के बाद मैं वर्ष 2006 से 2016 तक मैं जिला परिषद अध्यक्ष रही। लेकिन कभी जातिय राजनीति नहीं की। लेकिन, विधायक पवन जायसवाल ने वैश्य समाज के नाम पर अपनी राजनीति चमका कर वैश्य समाज को अलग-थलग करने काम किया। यही नहीं मेरे गृह क्षेत्र में जाकर जनता को धोखा देते हुए गुमराह किया।

विधायक पवन जी सिर्फ अपने परिवार को चुनाव जीताने की राजनीति करते रहे हैं। बड़े नेताओं का अपमान करना उनका चरित्र रहा है। जनता उन्हें समझ चुकी है। बताया कि इस बार का चुनाव निश्चित तौर पर आईना दिखाने का काम किया है। कहा कि वैश्य समाज जिस विश्वास के साथ हर चुनाव में सहयोग करता रहा है, उस विश्वास को प्रियंका जायसवाल के पति ने गला घोंटने का काम किया है।

उन्होंने अपनी हार को स्वीकार नहीं करते हुए गठबंधन के नेताओं को दोषी ठहराया जा रहा है, यह कहीं से उचित नहीं है। जबकि सांसद राधामोहन सिंह पूर्वी चंपारण जिले के लोकप्रिय और सर्वमान्य नेता हैं। मौके पर सुरेंद्र प्रसाद, ब्रजकिशोर गुप्ता, ब्रह्मदेव प्रसाद गुप्ता, राजेश गुप्ता एवं रामबाबू प्रसाद आदि मौजूद थे।