सेंट्रल डेस्क: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जैश-ए-मोहम्मद द्वारा पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर किए गए हमले को ‘भीषण’ करार देते हुए कहा है कि हमें इस मामले पर कई रिपोर्ट्स मिली है. हम इस मामले पर जल्द ही आधिकारिक बयान देंगे. 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे. जिसके बाद से भारत और पाकिस्तान के रिश्तों के बीच तनाव बढ़ा है. इस पर व्हाइट हाउस से अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है. अच्छा होगा, अगर आंतक के मामले पर भारत और पाकिस्तान साथ हो जाएं.
एक सवाल का जवाब देते हुए ट्रंप ने कहा कि हमें इस मामले पर कई रिपोर्ट्स मिली हैं. और सही समय आने पर इस पर बयान जारी किया जाएगा. ट्रंप ने कहा कि आंतकी हमले की वजह से भयानक स्थिति पैदा हो गई है. हमें इस पर रिपोट्स मिल रही है और सही समय आने पर इस पर बयान दर्ज कराया जाएगा. बता दें कि इससे पहले आतंकी हमले पर अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने भारत का समर्थन किया था. हमले के बाद जॉन बोल्टन ने भारतीय एनएसए अजीत डोभाल से फोन पर बातचीत करते हुए आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में साथ देने का आश्वासन दिया था.
अमेरिका ने पाकिस्तान से अपील की कि वह अपनी धरती से संचालित सभी आतंकवादी समूहों का समर्थन और उन्हें पनाह मुहैया कराना तुरंत बंद करे.भारत में अमेरिका के राजदूत केनेथ आई जेस्टर ने यहां संवाददाताओं से कहा, आतंकवादी हमले की तह तक पहुंचने में हम भारत सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. आतंकवाद के मुद्दे पर भारत के साथ अमेरिका के सहयोग पर उन्होंने कहा, हमने उनकी निंदा की है, पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादी पनाहगाहों की हमने पहले भी निंदा की है और हमने उनको सैन्य सहयोग देना बंद कर दिया है.
पुलवामा की घटना पर उन्होंने कहा, इस घटना ने आतंकवाद निरोधक मामलों पर भारत के साथ सहयोग करने और पिछले हफ्ते की घटना के तह तक पहुंचने में उनके साथ काम करने की हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करता है. जस्टर ने पुलवामा हमले को भीषण करार दिया है. अमेरिका के राजदूत बुधवार से पांच दिनों तक यहां चलने वाले एयरो इंडिया कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए उच्चस्तरीय अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के साथ आए थे.