Moscow : रूस और यूक्रेन के बीच पिछले एक साल से जंग लगातार जारी है। इन सबके बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को रूसी संसद को संबोधित किया। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि हमने हालात सुधारने की हर कोशिश की। लेकिन अमेरिका ने अलग ही माहौल बनाया। उनका निशाना शायद अचानक यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को लेकर था। पुतिन ने कहा कि रूस अपने लोगों की सुरक्षा करना जानता है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि रूसी जनता किसी तरह का खून खराबा नहीं चाहती।
युद्ध हमारे लिए भी आखिरी फैसला ही था। साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा है कि अमेरिका ने सीरिया, इराक जैसा खेल रूस और युक्रेन के बीच भी खेला। अमेरिका समस्याओं के समाधान नहीं चाहता। रूस के राष्ट्रपति ने कहा कि पश्चिम ने शांति प्रस्ताव पर कभी बात नहीं बनने दी। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि युद्ध हमारे लिए भी आखिरी विकल्प था। हमने शांतिपूर्ण समाधान के काफी प्रयास किये थे। वर्तमान समय में रूस में नाटो का दखल बढ़ रहा है। हम पहले भी हर मुद्दे पर बातचीत से हल चाहते थे।
पश्चिम ने बातचीत की कोशिश को नजरअंदाज कर दिया। यूक्रेन ने भी शांति प्रक्रिया का मजाक बनाया। यूक्रेन ने हत्याओं को भी बढ़ावा दिया। पश्चिमी देश ताकत बढ़ाने के लिए लगातार सत्ता विरोधी हवा को बढ़ावा देते रहे। डॉनबास की समस्या हल करने के लिए भी हमने अनवरत प्रयास किए। पुतिन ने आरोप लगाया कि हम इस समस्या को शांतिपूर्ण तरीके से हल करने के लिए हर प्रयास कर रहे थे। इस कठिन संघर्ष से शांतिपूर्ण तरीके से बातचीत कर रहे थे। मगर हमारे पीठ पीछे एक बहुत ही अलग परिदृश्य तैयार किया जा रहा था।