वर्दी पहनने का सपना पूरा करती है एनसीसी, अतिथियों का किया गया स्वागत

शिवहर

शिवहर, संजीव कुमार : जिला शिवहर कलावती जियालाल उच्च माध्यमिक विद्यालय अंबा कला, पिपराही में एनसीसी के 75 साल पूरा होने के तहत लंगत सिंह महाविद्यालय मुजफ्फरपुर के सभागार में 32 बिहार बटालियन,एनसीसी मुजफ्फरपुर के द्वारा मेगा साइक्लोयान शुभारंभ किया गया। एनसीसी के 25 उत्साहित कैंडिडेट, बिहार के 15 निर्धारित स्थानों पर रुकते हुए 1 फरवरी 2023 को राजभवन पटना पहुंचेंगे और राज्यपाल से मुलाकात करेंगे इस अभियान का उद्देश्य,सोशल मीडिया, पर गलत अफवाह, नशाखोरी, पर्यावरण व जल संरक्षण को लेकर जागरूक किया जा रहा है इससे छात्रों में कठिन परिस्थितियों में टीम भावना व संघर्षों करने का जज्बा पैदा होगा।

साईक्लोयान टीम का नेतृत्व नायक सूबेदार जितेंद्र सिंह, हवलदार रमेश घिमिरे,के द्वारा किया जा रहा है उसका स्वागत एनसीसी 2 बिहार बटालियन के ANOडॉ कामेश्वर मिश्र,NB नायक सूबेदार नगेंद्र सिंह, CHM कविराज गुरूनग,प्राचार्य मोहम्मद मिस्बाह आलम, पिपराही थाना के पुलिस अवर निरीक्षक अनामिका कुमारी सजदा परवीन शिक्षक परवेज आलम, डॉ राजीव कुमार, वीर केश्वर सिंह, मोहम्मद शम्मे आलम, चंदन कुमार, मोहम्मद असलम, अनामिका निधि, निधि पांडे, शिव शक्ति कुमार, बृजेश कुमार तिवारी, बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं एवं महिलाएं पुलिस मौजूद थे।

सभी अतिथियों के द्वारा आए हुए एनसीसी कैंडिडेट को 2बिहार के ए एन ओ ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया रैली की सफलता के लिए हौसला बढाया, आज शनिवार रोज पिपराही जिला प्रसिद्ध प्रतिनिधि राज किशोर पांडे के द्वारा मेघा साइक्लोयान रैली को हरी झंडी दिखाकर पूर्वी चंपारण नरकटियागंज के लिए मार्च कराया गया उनके साहस और जज्बा के लेकर खूब प्रशंसा की गई और हौसला बुलंद किया गया। जिला परिषद सदस्य निभा पांडे प्रतिनिधि राज किशोर पांडे ने बताया कि टू बिहार बटालियन एनसीसी के द्वारा आए हुए नव युवक को जो अतिथि सेवा प्रदान की गई वह सराहनीय रही प्राचार्य मोहम्मद मिस्बाह आलम के द्वारा जिला प्रतिनिधि राज किशोर पांडे को सम्मानित किया गया।

वर्दी पहनने का सपना पूरा करती है एनसीसी :
एक फौजी की वर्दी हमेशा से युवाओं के बीच आकर्षण का केंद्र रही है. फिल्म से लेकर असल जिंदगी तक फौजियों की जांबाजी के किस्से हमें लुभाते रहे हैं लेकिन सबको वर्दी पहनकर देश की सेवा करने का सौभाग्य नहीं मिलता. कुछ मेहनत के बावजूद उस मुकाम तक नहीं पहुंच पाते तो कुछ जानकारी के अभाव में फौजी बनने का सपना पूरा नहीं कर पाते. लेकिन वर्दी पहनकर देश की सेवा करने से पहले आप NCC के जरिये वो वर्दी पहनने का ख्वाब सच कर सकते हैं।

आइये जानते हैं कि एनसीसी क्या है, कैसे एनसीसी ज्वाइन कर सकते हैं और इसके क्या फायदे हैं,NCC क्या है- एनसीसी (NCC) का फुल फॉर्म National Cadet Corps (राष्ट्रीय कैडेट कोर) है. भारत का सैन्य कैडेट कोर है जो स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों को मूलभूत सैन्य प्रशिक्षण प्रदान करता है। इसमें थल सेना, नौसेना और वायु सेना शामिल हैं. 16 अप्रैल 1948 को एनसीसी की स्थापना हुई और आज ये दुनिया का सबसे बड़ा वर्दीधारी युवा संगठन है।

चार बार पाकिस्तान और एक बार चीन के साथ जंग लड़ चुके भारत में भी क्या कभी ऐसा हुआ है कि सेना के जवानों के अलावा नागरिकों ने अपनी भूमिका निभाई हो ?बिल्कुल ऐसा हुआ है, और इस काम को बखूबी अंजाम दिया है एनसीसी कैडेट्स ने. स्कूल के छात्रों को एनसीसी की वर्दी में आपने कई बार देखा होगा लेकिन यही छात्र आगे चलकर देश की सुरक्षा में अहम योगदान देते हैं और ऐसा इतिहास में हुआ भी है. जब एनसीसी कैडेट्स ने युद्ध के समय या कानून व्यवस्था बनाए रखने में अपनी भूमिका निभाई है।

जब देश के लिए NCC ने निभाया फर्ज- एनसीसी ने देश की प्रशासनिक व्यवस्था के साथ मिलकर सामुदायिक विकास कार्य और राहत कार्य में अहम योगदान दिया है.चाहे युद्ध काल के दौरान देश की आंतरिक सुरक्षा और शांति व्यवस्था हो या फिर कोरोना महामारी के दौरान जनसामान्य की मदद हो, एनसीसी ने हर कदम पर देश की सेवा की है।

एनसीसी किसी प्राकृतिक आपदा या युद्ध के वक्त भी अपनी भूमिका अदा करती है.यह संस्था रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आती है जिसे समय-समय पर कई सामाजिक कार्यों के लिए प्रयोग किया जाता है।एनसीसी कैडेट्स ने 1965 से लेकर 1971 तक के भारत- पाक युद्ध के दौरान अहम भूमिका निभाई थी. एक तरफ देश की सेना बॉर्डर पर दुश्मन से लोहा ले रही थी तो दूसरी कतार में एनसीसी कैडेट थे जो देश के भीतर अपनी जिम्मेदारी को बखूबी अंजाम दे रहे थे। आयुध कारखानों की मदद के लिए एनसीसी कैंप बनाए गए और युद्ध क्षेत्र में हथियार पहुंचाने से लेकर पेट्रोलिंग पार्टी में भी इन्होंने अपनी भूमिका अदा की।