स्पोर्ट्स डेस्क: क्रिकेट जगत से भ्रष्टाचार की बड़ी खबर आ रही है. बिहार और झारखंड में टीम में चयन को लेकर चल रहे भ्रष्टाचार का पर्दाफाश हुआ है. खुलासे में सामने आया है कि ये पैसे लेकर खिलाडियों को टीम में शामिल करते हैं. झारखण्ड क्रिकेट एसोसिएशन के अधिकारी पैसे लेकर अंडर-16 और अंडर-19 खिलाने को तैयार हुए. न्यूज 18 इंंडिया टीवी चैनल के द्वारा चलाये गये ऑपरेशन में झारखण्ड क्रिकेट एसोसिएशन के अधिकारियों का कारनामा कैमरे में कैद हुआ है.
पैसे से बाहरी खिलाड़ी के फर्जी दस्तावेज बनाये जाते हैं. वहीँ बिहार के सेलेक्टर पर पैसा लेकर रणजी ट्रॉफी में खिलाड़ियों को शामिल करने की बात भी सामने आ रही है. बाहरी राज्यों के खिलाडियों को फर्जी तरीके से खिलाया जाता है. बिहार और झारखण्ड के साथ कई क्रिकेट एसोसिएशन बेनकाब हुए हैं.
ऑपरेशन में खुलासा हुआ है कि किस तरह चयनकर्ता या फिर एसोसिएशन के सदस्य युवा क्रिकेटर्स को टीम में जगह दिलाने के बहाने क्रिकेट के साथ विश्वासघात कर रहे हैं. वह खिलाड़ियों को खिलाने के लिए 50 हजार से लेकर करोड़ रुपये तक की मांग भी करते हैं.कुछ खिलाड़ियों को खिलाने के लिए उनके फर्जी दस्तावेज भी बनवाए गए थे.
इस दौरान नीरज कुमार (चयनकर्ता,बिहार क्रिकेट एसोसिएशन) यह कहते हुए खुफिया कैमरे में कैद हो गए है कि अगर आप ये रकम अदा करते हैं तो इसी सीजन में आप रणजी ट्रॉफी या
टी20 खेल सकते है. नीरज कुमार ने इस दौरान एक बड़ा खुलासा यह भी किया कि खिलाड़ी को 40 लाख रुपए में एडजस्ट कर लिया जाएगा.
खुलासे में (सचिव लातेहार क्रिकेट एसोसिएशन) भी खुफिया कैमरे में रिश्वत लेकर खिलाड़ी को मौका देने की बात कहते नजर आए. उन्होंने दावा किया कि पैसों के दम पर एक खिलाड़ी को अंडर-16, अंडर-19, अंडर-23 ही नहीं बल्कि रणजी ट्रॉफी, विजय हज़ारे ट्रॉफी और आईपीएल जैसे टूर्नामेंट खिलाने का रास्ता साफ कर दिया जाएगा.
रांची क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव मोहम्मद वसीम से भी इस दौरान बात की. उन्होंने किसी भी बाहरी खिलाड़ी को जिला स्तर पर खिलाने के लिए 40 हजार से 50 हजार रुपये की मांग की. जबकि रणजी ट्रॉफी खेलने के लिए यही रकम बढ़कर करीब 4-5 लाख रुपये हो गई. इस दौरान उन्होंने झारखंड से फर्जी दस्तावेज बनवाने का आश्वसन भी दिया. मजेदार बात ये है कि इस दौरान आधार कार्ड से लेकर वोटर कार्ड तक बन जाते हैं. वैसे कुछ लोग इस दौरान होटल बुक कराने से लेकर गाड़ी और दिल्ली में फ्लैट देने की एवज में खिलाड़ी को जिला या स्टेट टीम में खिलाने का दावा करते नजर आए.
इस खुलासे पर प्रतिक्रिया देते हुए आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा कि जो दिखाया जा रहा है वो क्रिकेट के लिए दुख की बात है. हम इस मामले की जांच करेंगे और जो दोषी होगा उसे छोड़ा नहीं जाएगा. वहीं इस खुलासे पर प्रशासकों की समिति (सीओए) के प्रमुख विनोद राय ने कार्रवाई करने का आश्वसन दिया है.
क्रिकेट एक्टिविस्ट आदित्य वर्मा ने क्रिकेट में करप्शन के लिए प्रशासकों की समिति (सीओए) के प्रमुख विनोद राय को जिम्मदार ठहराया है. साथ ही उन्होंने दावा किया है कि बिहार में पैसे के बल पर बाहर खिलाड़ी फर्जी दस्तावेज के साथ जमकर खेल रहे हैं और मैं इस बात की शिकायत विनोद राय से कर चुका हूं, लेकिन इस पर कोई जांच नहीं हुई.
बिहार रणजी टीम के पूर्व कप्तान सुनील कुमार ने एसोसिएशन के अधिकारियों पर रिश्वत लेकर खिलाड़ियों को खिलाने आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, ‘ इस रणजी सीजन में बिहार ने 40 से ज्यादा खिलाड़ियों को खिलाया है. यह अपने आप में बड़ी बात है. सच कहूं तो ये सीधा सीधा भ्रष्टाचार का मामला है.
इस ऑपरेशन को लेकर पूर्व बीसीसीआई सचिव निरंजन शाह ने कहा, ‘बोर्ड को इस मामले पर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करनी चाहिए. आखिर ये बीसीसीआई की साख का सवाल है.’ वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप मैगजीन और अयाज मेनन ने इस ऑपरेशन में हुए खुलासे को लेकर नारजगी व्यक्त की है. प्रदीप ने कहा कि यह क्रिकेट के लिए शर्मनाक है. जबकि मेनन ने इसे बीसीसीआई के लिए धब्बा करार दिया है. वहीं टीम इंडिया के पूर्व स्पिनर राजेश चौहान ने क्रिकेट प्रशासन को और पारदर्शी बनाने पर जोर देने के अलावा बच्चों के माता-पिता के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की बात कही है. बीसीसीआई ने इस मामले बिहार के में डी.पी त्रिपाठी को ससपेंड कर दिया है.