पटना/बिट्टू : पटना जिला क्रिकेट एसोसिएशन ने बीसीए को आवंटित मोइनुल हक़ मैदान के आवंटन को रद्द करने के विरोध में पटना के गर्दनीबाग धरना स्थल पर पटना जिला के रणजी , सीनियर , जूनियर पुरुष और महिला खिलाड़ियों तथा एसोसिएशन के पदाधिकारयों के द्वारा धरना दिया गया।
इस धरना में सैकड़ों खिलाड़ियों ने भाग लिया। धरना के बाद एक प्रतिवेदन मुख्यमंत्री के नाम , मुख्यमंत्री सचिवालय और पटना के जिलाधिकारी की दिया गया। इस धरना का आयोजन पीडीसीए के अध्यक्ष प्रवीण कुमार प्रणवीर ने किया , जबकि इस धरना में आशीष कुमार सिन्हा , अभिजीत साकेत , आशुतोष कुमार , रेहान खान , कुंदन गुप्ता , इंद्रजीत कुमार , दीपक राजा , रूपक कुमार रणजीत बादल साह , राजू राय , नीरज कुमार , सुनील कुमार , रिमझिम कुमारी , ख़ुशी, मनोज यादव सहित सौ से अधिक खिलाड़िओं ने भाग लिया।

इस प्रतिवेदन में कहा गया है की अठारह वर्षो बाद बिहार को सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर बीसीसीआई के सभी फॉर्मेट में खेलने का अधिकार मिला है। कहा गया की मुख्यमंत्री महोदय के निर्देश पर मोइनुल स्टेडियम का उपयोग बीसीए सशुल्क कर रही थी , जबकि 20 फरवरी को एक समाचार चैनल पर डी पी त्रिपाठी और नीरज कुमार के द्वारा पैसे लेकर टीम में चयन करने सम्बन्धी खबर चलने के बाद खेल विभाग के द्वारा मोइनुल हक़ का आवंटन रद्द कर दिया गया है , जिससे लाखों खिलाड़िओं का भविष्य संकट में पर जायेगा।
महोदय इस खबर के प्रसारण पर संज्ञान लेते हुए बीसीए ने तत्काल प्रभाव से डी पी त्रिपाठी को निलंबित कर दिया गया और पुरे मेंस सेलेक्शन कमेटी को भंग कर दिया गया। महोदय से आग्रह है की क्रिकेट और क्रिकेटरों के हित को देखते हुए।