- किसानों के ज्ञान के विकास के लिए सांसद कोष से 1 करोड़ की राशि देने की घोषणा किया
मोतिहारी/राजन द्विवेदी। सांसद सह पूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधा मोहन सिंह ने कृषि विज्ञान केन्द्र, पिपरा कोठी मे आयोजित राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन एवं हनी मिशन योजना अंतर्गत दो दिवसीय सेमिनार को संबोधित किया।

कहा कि योजना का उद्देश्य जिले में मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देकर महिलाओं का सशक्तिकरण किया जाना है, साथ ही स्वरोजगार एवं आय में वृद्धि के लिए शहद एवं इससे निर्मित विभिन्न प्रकार के उत्पाद को बाजार तक पहुंचाना है। इस कार्यक्रम के तहत किसानों को प्रशिक्षण एवं मधुमक्खी बक्सा अनुदान पर उपलब्ध कराना है। उद्यान निदेशालय के द्वारा किसानों को 90 प्रतिशत अनुदान अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लाभुकों को तथा 75 प्रतिशत सामान्य जाति के किसानों को अनुदान उपलब्ध कराया जा रहा है।
इस कार्यक्रम में जीविका का महत्वपूर्ण भूमिका है। जीविका समूहों को भी इस योजना का लाभ दिया जा रहा है। इस योजना का लाभ उन्हीं किसानों को दिया जाता है ।वितीय वर्ष 2017-18 से जीविका द्वारा पूर्वी चम्पारण जिले में मधुमक्खी पालन विषय पर जीविका दीदियों के माध्यम से मधु (शहद) उत्पादन का कार्य किया जा रहा है। अब तक इन 5-6 सालों में 47 मधु उत्पादक समूह का गठन किया जा चुका है । और इसमें 1158 हाउस होल्ड इस कार्य में लगे हुए हैं ।
जीविका दीदियों के द्वारा अभी तक कुल 139675 कि०ग्रा० यानी 139 टन से भी ज्यादा शहद का उत्पादन किया जा चुका है । और इससे 1 करोड़ 25 लाख की आमदनी की जा चुकी है। पिछले वित्तीय वर्ष 2022-23 में 32 टन से शहद ज्यादा का उत्पादन किया गया है । वित्तीय वर्ष 2022-23 में लक्ष्य 300 में से 288 जीविका दीदियाँ जुड़ी और शहद का उत्पादन की ।
इस वित्तीय वर्ष 2023-24 में 15 उत्पादक समूह के गठन का लक्ष्य है जिसमें चार उत्पादक समूह का गठन किया जा चुका है । इसमें लगभग 100 जीविका दीदियाँ जुड़ी है ।
सांसद श्री सिंह ने कृषि विज्ञान केन्द्र पिपरा कोठी को कृषि सम्बध्द क्षेत्रों के किसानों के ज्ञान के विकास के लिए सांसद निधि कोष से 1 करोड़ की राशि देने की घोषणा की।