IAF Air Strikes: अलगाववादी नेता रहे सज्जाद लोन बोले, हमले से PAK को एक नई सीख मिलेगी

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सेंट्रल डेस्क: पीपुल्स कान्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान के आतंकवादी शिविरों पर भारतीय वायुसेना के हवाई हमलों से प्रतिरोधी क्षमता का एक मानक तय होगा और अंतत: हिंसा के चक्र का अंत होगा। लोन ने एक ट्वीट में कहा, ”दिल की गहराई से मैं शांतिवादी हूं। लेकिन हमारे सामने यथार्थ है कि जवाबी कार्रवाई से पाकिस्तान को एक नई सीख मिलेगी। यह प्रतिरोधी क्षमता का एक नया पैमाना तय करेगी। और आखिरकार हिंसा का चक्र खत्म होगा। पीपुल्स कान्फ्रेंस के अध्यक्ष सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाती कार हमले के बाद पाकिस्तान में भारतीय वायुसेना के हवाई हमलों पर प्रतिक्रिया जता रहे थे।

गौरतलब है कि भारतीय वायु सेना ने मंगलवार को तड़के सीमापार पाकिस्तान स्थित बालाकोट में आतंकी गुट जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने को निशाना बनाया जिसमें बड़ी संख्या में आतंकवादी, प्रशिक्षक, शीर्ष कमांडर और जिहादी मारे गए। इस अभियान में मारे गए आतंकियों में जैश ए मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर का बहनोई युसूफ अजहर शामिल है। विदेश सचिव ने नई दिल्ली में संवाददाताओं को बताया कि विश्वसनीय खुफिया जानकारी मिली थी कि 12 दिन पहले पुलवामा हमले को अंजाम देने के बाद जैश ए मोहम्मद भारत में एक और आत्मघाती आतंकी हमला करने की साजिश रच रहा है और फिदायीन जिहादियों को इस काम के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस जानकारी के बाद सीमा के दूसरी ओर जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े आतंकी शिविर पर गैर-सैन्य एकतरफा हमले किए गए।

गोखले ने बताया कि भारतीय वायु सेना के मंगलवार सुबह चलाये गए अभियान में आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर को निशाना बनाया गया। इस अभियान में बड़ी संख्या में जैश के आतंकवादी, प्रशिक्षक, शीर्ष कमांडर और जिहादी मारे गए। इस शिविर का नेतृत्व मौलाना यूसुफ अजहर उर्फ उस्ताद गौरी कर रहा था, जो जैश प्रमुख मसूद अजहर का बहनोई था।
गोखले ने कहा कि हमने पाक को आतंकी हमले के सबूत कई बार दिए लेकिन पाकिस्तान ने उन पर कोई कार्रवाई नहीं की। यह ऐहतियातन उठाया गया कदम और गैर सैन्य कार्रवाई थी जिसका मकसद आतंकी ठिकानों को निशाना बनाना था। हमने जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को निशाना बनाया जो घने जंगल में पहाड़ियों पर थे और नागरिक इलाकों से दूर थे।

गोखले ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तान अपने 2004 के संकल्प पर अमल करेगा कि वह भारत के खिलाफ आतंकी हमलों के लिये अपनी जमीन का इस्तेमाल नहीं होने देगा। विदेश सचिव ने कहा कि भारत आतंकवाद से निपटने के लिए सभी कदम उठाने को दृढ़तापूर्वक प्रतिबद्ध है। भारत की पाकिस्तान से अपेक्षा है कि वह जैश ए मोहम्मद सहित सभी आतंकी शिविरों को नष्ट करेगा।