सेंट्रल डेस्क: देश में कोविड-19 मामलों में काफी गिरावट आई है। भारत ने 22 अक्टूबर को कोविड-19 रोधी टीकों की खुराक की संख्या 100 करोड़ पार कर ली।
अब धीरे- धीरे आर्थिक गतिविधियां पटरी पर लौट रही हैं.वर्क फ्रॉम होम का कल्चर भी अब कम होता जा रहा है। लॉकडाउन के कारण एक साल से ज्यादा वर्क फ्रॉम होम प्रैक्टिस के बाद टीसीएस, इंफोसिस, एचसीएल टेक्नोलॉजीज जैसी टॉप आईटी कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को वापस बुलाने की योजना बना ली हैं।
देश की सबसे बड़ी आईटी फर्म टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज यानी टीसीएस (TCS) ने कहा है कि वह अपने कर्मचारियों को उनके कार्यालय के डेस्क पर वापस बुलाएगी क्योंकि उनमें से लगभग 70 फीसदी कर्मचारियों का पूरी तरह से टीकाकरण हो गया हैं और लगभग 95 फीसदी कर्मचारियों को टीके की एक डोज लग चुकी है। कंपनी के चीफ एचआर ऑफिसर मिलिंद लक्कड़ ने बताया कि कंपनी साल के अंत तक कर्मचारियों को ऑफिस में बुलाने का विचार कर रही है।
इससे पहले टीसीएस ने बताया था कि वह साल के अंत या अगले साल की शुरुआत तक 90 फीसदी कर्मचारियों को ऑफिस बुला लेगी।
हाइब्रिड मॉडल का भी है ऑप्शन:
देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस (Infosys) काम करने के लिए अब हाइब्रिड मॉडल को चुनेगी। हाइब्रिड मोडल कोरोना महामारी के समय में लोकप्रिय हुआ। जिसमें कर्मचारियों को उनकी मर्जी की जगह से काम करने की छूट दी जाती है.कंपनी के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर प्रवीण राव ने बताया कि उनके 86 फीसदी कर्मचारियों को वैक्सीन की कम से कम एक डोज लग गयी है और अब कंपनी हाइब्रिड मॉडल के साथ आगे बढ़ेगी।
आईटी कंपनी एचसीएल टेक्नोलॉजीज भी अभी अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सप्ताह में दो दिन ऑफिस बुला रही है, जबकि बाकी कर्मचारियों को एक दिन ही आना होता है।