सेंट्रल डेस्क : बुधवार देर शाम एनसीपी प्रमुख शरद पवार के दिल्ली आवास पर राहुल गांधी और ममता बनर्जी समेत कई विपक्षी पार्टियों के नेता जुटे। बैठक के बाद राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हम लोग इस बात पर सहमत हुए हैं कि संवैधानिक संस्थाओं को खत्म करने वालों को सत्ता से हटाया जाए। विपक्षी दलों की इस बैठक में आने वाले चुनाव में मोदी और बीजेपी को घेरने की रणनीति पर चर्चा हुई।
पवार के घर पहुंचने वालों में राहुल गांधी के अलावा टीएमसी की ममता बनर्जी, सुदीप बंधोपाध्याय, डेरेक ओ ब्रायन, एनसीपी के प्रफुल्ल पटेल, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, नैशनल कॉन्फ्रेंस के फारुख अब्दुल्ला और टीडीपी के चंद्र बाबू नायडू शामिल थे। बैठक के बाद ममता बनर्जी ने कहा कि बैठक में हमने शांतिपूर्ण गठबंधन करने का फैसला लिया है। इसके लेकर आगे भी बैठकें होंगी, ताकि आगे कोई दिक्कत न आए।
वहीं दिल्ली सीएम केजरीवाल ने कहा, ‘मोदी और शाह ने जैसे पिछले पांच साल में देश का बेड़ा गर्क किया, उसके लिए विपक्षी पार्टियों को साथ आने की जरूरत है।’ वहीं फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ‘केजरीवाल के धरने में तय हो गया था कि हम लोग साथ चुनाव में जाएंगे। हमारी कोशिश है कि एक ऐसी सरकार आए जो देश को एक साथ रख सके।’
इस बैठक में दिलचस्प बात यह है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अब तक सीधे तौर गठबंधन को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ नजर नहीं आए हैं, लेकिन इस बैठक में वह इन दोनों नेताओं के साथ थे। बैठक के बाद राहुल ने कहा, हमारी बैठक बहुत सकारात्मक रही। हमारी एक राय रही कि संस्थाओं पर भाजपा के हमले के खिलाफ एकजुट होकर लड़ना है।