आरा(अभिषेक हर्षवर्धन): रविवार को भोजपुर जिले के जगदीशपुर के नयका टोला में दर्जनों सामाजिक कार्यकर्ता, राजनीतिज्ञ एवं ग्रामीणों के द्वारा एक बैठक का आयोजन कर भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लेने वाले स्वतंत्रता सेनानी बद्री अहीर के धूमधाम से स्मृति दिवस मनाए जाने का निर्णय लिया गया।उपरोक्त के याद एवं सम्मान में आयोजित होने वाले स्मृति दिवस कार्यक्रम के आयोजन को लेकर उपस्थित सभी ने एक स्वर में सहमति जताई।मौके पर जुटे लोगों ने बताया कि बद्री अहीर भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लेने वाले एक ऐसे गुमनाम चेहरा थे जिन्हें साजिशन गुमनाम ही रखा गया।
इन्होंने दक्षिण अफ्रीका में हुए सत्याग्रह के दौरान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को एक हजार पौंड का कर्ज़ देने का कार्य किया था।बद्री अहीर का जन्म बिहार के भोजपुर जिला के जगदीशपुर प्रखंड के हेतमपुर ग्राम में हुआ था।वो भारत के एकमात्र ऐसे पहले व्यक्ति थे जो गाँधी जी के साथ पहली बार जेल गए थे।तब के जमाने में उत्तरप्रदेश के कानपुर से छपने वाले अखबार (प्रताप) ने 20 अगस्त 1917 के अपने अंक मे लिखा था कि महात्मा गांधी के साथ श्री बद्री अहीर भी थे जो दक्षिण अफ्रीका के लड़ाई में उनके साथ शामिल रहे थे।और गाँधी जी बद्री अहीर के बारे में कहा था कि ये मुवक्किल विशाल हृदय का विश्वासी था।
वह पहले गिरमिट में आया था।उसका नाम बद्री था।वो सत्याग्रह आंदोलन में मेरा साथ देने के लिए दक्षिण अफ्रीका से आया था।आगे लोगों ने बताया कि देश के स्वतंत्रता में वीर बद्री अहीर जी के महान योगदानों को जीवंत एवं यादगार बनाने के लिए उनके पैतृक गांव हेतमपुर में आगामी 16 मार्च को उनकी स्मृति दिवस मनाई जाएगी।इस मौके पर बद्री अहीर के वंशज प्रमोद बद्री,राजीव रंजन चीकू,भोजपुरी गायक रवींद्र रॉक्स यादव,पूर्व मुखिया दारा सिंह यादव,डॉ अनिल कुमार सिंह,संजीव सावन,दीपक दिलकश,पंकज परिंदा,रितिक रोशन,उपेन्द्र यादव समेत अन्य उपस्थित थे।