शाबाश आईआईटियन! एसी को ही बना दिया एयर प्योरीफायर, पंखे के खर्च में हो जाएगी हवा साफ, जानिए कैसे

ट्रेड एंड कॉमर्स ट्रेंडिंग हेल्थ

2000 रुपये में ही पार कर देगा पूरा एक सीजन

AiRTH.in की वेबसाइट पर बिक्री के लिए मौजूद

Kanpur, Pulin Tripathi : सर्दियों की दस्तक देते ही देश भर में हवा की सेहत खराब होने लगी है। मोतिहारी से लेकर कानपुर, दिल्ली से लेकर भागलपुर तक तमाम शहरों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। ऐसे में एक राहत की खबर कानपुर आईआईटी (IIT) से आ रही है। जहां पर AC में ही फिल्टर लगाकर वैज्ञानिकों ने हवा को साफ करने वाला AIR PURIFIER तैयार कर लिया है। जिससे एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) को कम से कम घर पर सुधारा जा सकता है।  

आईआईटी कानपुर (IIT KANPUR) में एक ऐसा फिल्टर (Filter) तैयार किया है जो आपके स्पिलिट एसी की इनडोर यूनिट में आराम से लग जाएगा। फिर आप AC को फैन मोड में चलाकर 99% घर के हवा शुद्ध कर सकते हैं। फिलहाल मार्केट में 10 हजार से लेकर 2.50 से 3 लाख रुपए तक के एयर प्यूरिफायर आ रहे हैं। ऐसे में एयर प्यूरिफायर हर घर की जरूरत बन गया है। लेकिन सभी के लिए इसे लेना टेढ़ी खीर है। फिर बार बार फिल्टर बदलने का झंझट इसे और भी महंगा बना देता है। पर शाबाश आईआईटियनस! जिन्होंने कम बजट में शुद्ध हवा और ताजी हवा देने वाला हेपा फिल्टर विकसित कर डाला।

यह फिल्टर 80 सेमी. लेंथ का और 20 सेमी चौड़ा है। कीमत भी पड़गी महज दो हजार रुपये के करीब (1999)। एक स्टार्टअप कंपनी की मदद से इसे बाजार में उतार भी दिया गया है। इस फिल्टर को तकरीबन सौ एयरकंडिशनरों पर टेस्ट किया गया है। कंपनी के रवि कौशिक के अनुसार एक फिल्टर पूरी सर्दी के मौसम को पार करने के लिए पर्याप्त है। आईआईटी कानपुर और IISc बेंगलुरु के रिसर्चर्स के इस प्रोजेक्ट में फिल्टर को NABL मान्यता प्राप्त लैब में टेस्ट भी करा लिया गया है।

आईआईटी कानपुर के इनोवेशन एंड इन्क्यूबेशन इंचार्ज प्रो. अंकुश शर्मा ने कहा कि एयर फिल्टर में इस्तेमाल की गई ताजा हवा के शुद्धिकरण से हमारी जिंदगी को वायरस के खतरे से बचाएगी। इसकी क्षमता को सफलतापूर्वक साबित कर दिया है। यह खोज आईआईटी कानपुर की ओर से किए जा रहे रिसर्च की नई उपलब्धि है। आईआईटी के वैज्ञानिकों ने बताया कि अभी जो फिल्टर या एयर प्योरीफायर बाजार में मिल रहे हैं वह पार्टिकल कैप्चर मैकेनिज्म पर काम करते हैं। यानी फिल्टर में ही जीवाणु और विषाणु पनपने लगते हैं। पर हेपा फिल्टर से यह दिक्कत खत्म हो जाएगी।

जबकि लगातार उपयोग से फिल्टर खुद पेट्री डिश की तरह कीटाणुओं के लिए प्रजनन स्थल बन जाता है। ऊपर से कम से कम 10 हजार से लेकर तीन लाख रुपए तक कीमत चुकानी पड़ती है सो अलग। आईआईटी द्वारा विकसित एयर फिल्टर माइक्रोबियल विकास को प्रतिबंधित करने में सफल साबित हुए हैं। उत्पाद अब एआईआरटीएच (AiRTH.in) और अन्य ई-कॉमर्स साइटों से पर बिक्री के लिए उपलब्ध है।