DESK : पड़ोसी देश नेपाल में यति एयरलाइंस का एक विमान क्रेश होने की खबर है. नेपाली मीडिया का अनुसार विमान में 68 यात्री सवार थे.पड़ोसी देश नेपाल में एक बड़ा विमान हादसा हुआ है. विमान ने 15 जनवरी को सुबह ही काठमांडू से उड़ान भरी और पोखरा जा रहा था. हादसा पोखरा एयरपोर्ट के रनवे पर होने की खबर है. वहीं हादसे के बाद एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है.
वही नेपाल के पोखरा में हादसे का शिकार हुए यति एयरलाइंस के विमान में कम से 5 भारतीय यात्री भी सवार थे. कुल 68 यात्रियों और 4 क्रू मेंबर समेत 72 लोगों को ले जा रहा ये विमान पोखरा एयरपोर्ट के पास क्रैश हो गया. रिपोर्ट के मुताबिक, प्लेन क्रैश में अभी तक 32 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. प्लेन में सवार पांच भारतीयों के बारे में जानकारी मिली है. नेपाल सिविल एविएशन अथॉरिटी ने बताया कि प्लेन में सवार पांच भारतीयों के नाम संजय जायसवाल, सोनू जायसवाल, अनिल कुमार राजभर, अभिषेक कुशवाह और विशाल शर्मा हैं. काठमांडू में भारतीय दूतावास भी नेपाल प्रशासन और यती एयरलाइंस के साथ सम्पर्क में है.
रायटर्स के मुताबिक विमान में 5 भारतीय, 4 रूसी, 1 आयरिश और दो कोरियन नागरिक सवार थे. क्रैश की जगह पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि विमान गिरने के बाद उसमें भयंकर आग लगी थी. हादसे की जगह का वीडियो भी सामने आया है जिसमें आग धुएं की मोटी परत दिखाई दे रही थी. बता दें कि नेपाल की सिविल एविशयन अथॉरिटी (CAAN) के मुताबिक यती एयरलाइंस के विमान 9N-ANC-ATR-72 ने राजधानी काठमांडू के त्रिभुवन एयरपोर्ट से सुबह 10.33 बजे उड़ान भरी थी. इसे पोखरा एयरपोर्ट पर लैंड करना था.
वहीं पायलट ने एटीसी से लैंडिंग परमिशन ले ली थी. पोखरा एटीसी से लैंडिंग के लिए ओके भी कह दिया गया था. अथॉरिटी ने तकनीकी खराबी से हादसे की आशंका जाहिर की है. सिविल एविएशन ऑथरिटी का कहना है कि लैंडिंग से ठीक पहले विमान में आग की लपटें दिखाई दी थीं. इसलिए मौसम की खराबी के कारण दुर्घटना होने की बात नहीं कही जा सकती है.
प्रधानमंत्री प्रचंड ने दुर्घटना पर दुख प्रकट करते हुए गृह मंत्रालय, सुरक्षाकर्मियों और सभी सरकारी एजेंसियों को तत्काल बचाव और राहत अभियान चलाने का निर्देश दिया है. वहीं भारत के केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नेपाल के विमान हादसे पर दुख जाहिर करते हुए कहा नेपाल में एक दुखद विमान दुर्घटना में जिंदगियों का नुकसान अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है.