स्टेट डेस्क/लखनऊ। बीजेपी ने दूसरे दलों से आए नेताओं को सिर्फ पार्टी ही नहीं बल्कि अपनी विचारधारा से जोड़ने के लिए विशेष रणनीति बनाई है। पार्टी इसके लिए नेताओं के प्रशिक्षण की शुरुआत की है। दरअसल बीजेपी में पिछली बार चुनावों से पहले कई नेता आए, जिनको योगी सरकार 1.0 में मंत्री बनाया गया था। हालांकि यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के ऐन मौके पर कई मंत्री और विधायक पार्टी छोड़कर चले गए। इनमें से अधिकतर दूसरे दलों से बीजेपी में आए थे।
अब बीजेपी के रणनीतिकार मानते हैं कि सिर्फ दल ही नहीं बल्कि पार्टी की विचारधारा से नेताओं को जोड़ना है, ताकि नेता पार्टी के साथ विपरीत परिस्थितियों में भी डटे रहें। हालांकि इस प्रशिक्षण में बीजेपी के पुराने कार्यकर्ता भी मौजूद रहेंगे। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में बीजेपी के इतिहास एंव विकास को बताया जाएगा।
बीजेपी में चुनाव से पहले जिन नेताओं ने पार्टी ज्वॉगइन की थी या वह नेता जो वर्ष 2019 लोकसभा और 2017 विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी में आए थे। उन नेताओं को भी पार्टी की रीति नीति सिखाई जाएगी। संगठन की कार्यशैली और सिद्धांत सिखाए जाएंगे। बीजेपी ने जिला स्तर पर यह प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू कर दिए गए हैं।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में 14 विषय रखे गए
प्रदेश भर में आयोजित होने वाले प्रशिक्षण शिविरों में बीजेपी का इतिहास एंव विकास, हमारा विचार परिवार, व्यक्तित्व विकास, मीडिया व्यवहार, संगठन की संरचना में भूमिका, आत्मनिर्भर भारत, पिछले छह वर्षों में अंत्योदय पहल, भारत का बढ़ता सुरक्षा सामर्थ्य, सोशल मीडिया की समझ, बदली हुई परिस्थित में बीजेपी का दायित्व, 2014 के बाद आया युगांतकारी परिवर्तन, भारत की मुख्य विचारधारा, भारत वैश्विक परिदृष्य और वर्ग गीत भी सिखाया जाएगा। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 14 विषय रखे गए हैं।
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