Lucknow : केंद्रीय ग्राम विकास मंत्री Giriraj Singh लखनऊ दौरे पर पहुंचे जहां गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के सर्वे से लेकर कांग्रेस की Bharat Jodo Yatra और Lakhimpur Kheri में दो बहनों की हत्या मामले पर खुलकर बात की. गिरिराज सिंह ने कहा कि जो लोग Madrasa Survey का विरोध कर रहे हैं क्यो वो देश में शरिया लागू करना चाहते हैं. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर तंज कसते हुए कहा कि यूपी के लोगों ने तो कांग्रेस की शव यात्रा निकाल दी है.
गिरिराज सिंह से मदरसों के सर्वे पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि जब नागरिकता कानून आया था तो पूरे देश में एक भ्रम फैलाकर पूरे देश में एक ऐसा माहौल बनाया कि मुसलमानों की नागरिकता चली जाएगी जबकि पूरी दुनिया में उनके नागरिकों का रजिस्टर होता है और अब जब मदरसों का सर्वे हो रहा है तो कह रहे हैं कि हमारी धार्मिकता पर प्रश्नचिन्ह लग रहा है. क्या इन्होंने कभी मुसलमानों के बच्चों के अंदर झांककर देखा है. योगी जी ने ये झांककर देखा है, गरीब मुसलमान के बच्चे भी मिसाइल मैन अब्दुल कलाम बन सकते हैं उन्हें ज्ञान और विज्ञान चाहिए.
अगर हम सर्वे नहीं करेंगे तो कैसे जानेंगे कि यहां शिक्षा है या नहीं. जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं वो देश में शरिया कानून लाना चाहते हैं. जो देश में नफरत फैलाना चाहते हैं. ये वो लोग हैं जो देश को बांटना चाहते हैं.
वहीं लखीमपुर खीरी में दो दलित बहनों की हत्या पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि मैं इस घटना को पूरी तरह से नहीं जानता हूं. लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि योगी की सरकार कानून की सरकार है. न्याय दिलाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी.
नीतीश कुमार और अखिलेश यादव के गठजोड़ पर तंज
गिरिराज सिंह ने कहा कि गांव में कहावत है कि ‘अपना ब्याह हुआ नहीं सूरदास का बरतुहा’. नीतीश कुमार तो 17 साल में सीएम मटेरियल बनने चले और अब पीएम मटीरियल बनने के लिए अखिलेश यादव, बुआ जी समेत सबसे दोस्ती कर लिए. ये भ्रम जाल है. आज देश में सबसे बड़ा कष्ट ये है कि पिछड़ों की राजनीति में अन्य दलों ने इमोशनल ब्लैकमेल किया लेकिन उनके हित की चर्चा नहीं की. आज देश में प्रधानमंत्री अति पिछड़े को सबसे बड़ा चेहरा है जो गरीबों के लिए दिन-रात सोचते हैं.
गिरिराज राज ने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा पर निशाना साधते हुए कहा कि यूपी की जनका ने कांग्रेस की शव यात्रा निकाल दी है और अब दूसरी यात्रा की इन्हें जरूरत महसूस नहीं हो रही है. और जिन दूसरी जगहों पर ये यात्रा निकाल रहे हैं वहां भारत जोड़ो का नारा तो जरूर है लेकिन किस को जोड़ने जा रहे हैं जो हिंदू समाज का विरोधी हैं. जिस पर कोर्ट में केस है. वैसे पादरी से मिलकर ये ‘भारत जोड़ो’ है या ‘भारत तोड़ो’ है.