पत्नी और चालक को बचाकर शहीद हुए कैप्टन अभिषेक मिश्रा, कानपुर में हुआ अंतिम संस्कार

कानपुर

कानपुर/बीपी टीम : लेह में पत्नी और जिप्सी चालक की जान बचाकर शहीद हुए कैप्टन अभिषेक मिश्रा का पार्थिव शरीर आज चकेरी के आदर्श विहार स्थित उनके घर लाया गया। अंतिम यात्रा में लोगों ने वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे लगाए। जाजमऊ स्थित सिद्धनाथ घाट में गार्ड आफ आनर के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। बीते 14 जनवरी को पेट्रोलिंग के दौरान कैप्टन की जिप्सी अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई थी।

बता दे मूलरूप से कन्नौज के तालग्राम निवासी 29 वर्षीय अभिषेक मिश्रा सेना की 51 आरसीसी यूनिट में कैप्टन थे। उनके पिता संतोष मिश्रा चकेरी एयरफोर्स स्टेशन में एमडब्लूओ (मास्टर वारंट अफसर) हैं। मां राजलक्ष्मी गृहिणी और बड़े भाई अविनाश चेन्नई की एचडीएफसी बैंक में जोनल हेड हैं। इस समय में उनका परिवार चकेरी के आदर्श विहार में रहता है।

स्वजनों के मुताबिक, कैप्टन अभिषेक की तैनाती लेह में थी। उनकी पत्नी श्रीलेखा भारथा भी श्रीनगर में कैप्टन के पद पर तैनात हैं। बीती 14 जनवरी को अभिषेक पत्नी श्रीलेखा और जिप्सी चालक डोलतड़े कुमार के साथ इलाके में पेट्रोलिंग कर रहे थे। अजुम इलाके में बर्फबारी के दौरान उनकी जिप्सी अनियंत्रित होकर खाई में गिरने लगी। तुरंत अभिषेक ने पत्नी व चालक को जिप्सी से कूदने को कहा। उन्होंने पत्नी को कूदने के लिए कहा और जिप्सी 50 मीटर नीचे खाई में जा गिरी। फ़ौरन सेना ने सर्च आपरेशन चलाकर कैप्टन अभिषेक को गंभीर हालत में बाहर निकाला। शनिवार को उपचार के दौरान उनका निधन हो गया।