शतरंज एक खेल ही नहीं बुद्धिमता का परिचायक भी है- विधानसभा अध्यक्ष

कानपुर

कानपुर,भूपेंद्र सिंह। शतरंज एक खेल ही नही है ये व्यक्ति की बुद्धिमता का परिचायक भी है जो उसका आईक्यू लेबल दिखाता है। महाभारत काल से लेकर अब तक इस खेल का माहिर व्यक्ति ही अपने जीवन को जीत का आधार बनाने में सफल रहा है। ये विचार रविवार को ग्रीनपार्क में आयोजित शतरंज ओलम्पियाड की टार्च रिले आयोजन के दौरान प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने व्यक्त किए। रविवार को आयोजित इस समारोह में उन्होंने शतरंज के खेल की खूबिंयों को गिनाते हुए कहा कि अब तो ये खेल मोबाईल पर भी आ चुके है लेकिन सबको एडवांस टेक्नॉलाजी वाला खेल ही खेलना चाहिए जिससे वह महारथ हासिल कर सके।

उन्होंने कहा कि शतरंज से हमे यह भी सीख मिलती है कि जो अनुशासन में रहेगा व सीधा चलेगा हाथी की तरह, जो टेढ़ा रहेगा व टेढ़ा चलेगा ऊट की तरह। उन्होंने कहा कि हम सब का योगदान प्रत्यक्ष व परोप रूप से देश को आगे बढाने का कार्य करेगा।रंगारंग कार्यक्रम के बीच ग्राण्ड मास्टर तेजस,और अंवतिका ने 24 खिलाडियों के साथ शतरंज की एक –एक बाजी पर भी हाथ आजमाया।

इस मौके पर आईईसीएफ के अध्यक्ष डा0 संजय कपूर ने कहा कि यह इस देश के हर नागरिक के लिए बड़े ही गर्व का विषय है कि चैस ओलिंपियाड इस बार उस देश में हो रहा है जहाँ से चैस यानि शतरंज की शुरुआत हई थी। उस समय यह चतुरंग के नाम से जाना जाता था और समय के साथ इसकी प्रसिद्धि, समूचे विश्व के हर कोने में पहुंची और आज लगभग हर देश में शतरंज खेला जाता है।

आज इस सच को पूरे विश्व ने भी मान लिया है और इसीलिए 100 सालों में पहली बार चैस ओलिंपियाड टोर्च रिले भारत में शुरू की गयी है और यह भारत के 75 जिलों का भ्रमण कर इसके प्रचार प्रसार का कार्य करेगी। जैसे ओलिंपिक का घर ग्रीस को माना गया है और हर बार ओलिंपिक की मशाल वहीं से शुरू होकर उस देश में पहुँचती है जहाँ भी ओलिंपिक खेलों का आयोजन होना है, ठीक उसी प्रकार, चैस ओलिंपियाड की मशाल हर बार भारत से ही शुरू होगी और उस देश में जाएगी जहाँ चैस ओलिंपियाड का आयोजन होना है।

इस बार जब चैस ओलिंपियाड भारत में होगा तो उस में भाग लेने वाली 187 देशों की टीमें, एक ही छत के नीचे बैठ कर शतरंज के खेल में अपने कौशल का प्रदर्शन करेंगी। यह अपने आप में एक अनूठा उदाहरण होगा। इस अवसर पर सांसद सत्यदेव पचौरी, देवेन्द्र सिंह भोले, महापौर प्रमिला पाण्डेय, जिला पंचायत अध्यक्ष स्वप्निल वरूण, एमएलसी अरूण पाठक, विधायक सुरेन्द्र मैथानी, अभिजीत सिंह सांगा, मोहित सोनकर, मण्डलायुक्त डा0 राजशेखर, जिलाधिकारी विशाख जी, अपर जिलाधिकारी अतुल कुमार, पूर्व विधायक रघुनन्दन सिंह भदौरिया सहित सभी संबंधित अधिकारी व विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे।