मायावती ने पूछा- क्या संगम में शाही स्नान करने से मोदी सरकार की ज़ुल्म-ज़्यादती व पाप धुल जाएंगे?

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सेंट्रल डेस्क : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने प्रयागराज दौरे पर गंगा में शाही स्नान किया साथ ही सफाई कर्मियों के पैर भी धुले. उनके इस काम की अब विपक्ष आलोचना कर रहा है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुंभ दौरे और संगम में स्नान पर ट्वीट कर निशाना साधा है. मायावती ने ट्वीट कर पूछा है कि चुनाव के समय संगम में स्नान करने से बीजेपी के वादाखिलाफी के पाप धुल जाएंगे क्या.

मायावती ने ट्वीट करते हुए लिखा, ” चुनाव के समय संगम में शाही स्नान करने से मोदी सरकार की चुनावी वादाखिलाफी, जनता से विश्वासघात व अन्य प्रकार की सरकारी ज़ुल्म-ज़्यादती व पाप क्या धुल जाएंगे? नोटबंदी, जीएसटी, जातिवाद, द्वेष व साम्प्रदायिकता आदि की ज़बर्दस्त मार से त्रस्त लोग क्या बीजेपी को इतनी आसानी से मांफ कर देंगे?”

इसके साथ ही मायावती ने किसानों को सम्मान निधि में से 2000 रुपये की पहली क़िस्त दिए जाने पर भी सवाल उठाए. मायावती ने लिखा, ” श्री मोदी सरकार को किसान व खेतिहर मज़दूरों में अन्तर करना चाहिये. चुनाव से पहले 500 रु प्रति माह की सहायता भूमिहीन खेतिहर मज़दूरों हेतु तो ठीक है, लेकिन किसानो के लिये नहीं. किसान पैदावार का वाजिब मूल्य चाहते है. बीजेपी सरकार 5 साल में यह सुनिश्चित नहीं कर पायी। यह विफलता है.”

इससे पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी ट्वीट कर पीएम मोदी के कुम्भ दौरे के दौरान सफाईकर्मियों के पैर धोने पर कटाक्ष करते हुए मीडिया पर भी सवाल उठाए हैं. अखिलेश यादव ने कहा कहा कि, जितने भी बड़े साधु संत थे, वे कुंभ से जा चुके हैं। केवल कुछ लोग बचे हैं, अब उनको (पीएम मोदी) को आशीर्वाद कौन देगा?

कल्पवासी सब चले गए, स्नान करने वाली सभी तारीखें चली गई। अब आशीर्वाद कौन देगा? अखिलेश ने कहा कि, आज मन की बात में पीएम ने कहा कि हमें आशीर्वाद मिले। लेकिन जनता तो इन्तजार कर रही है कि वोट की तारीख कब आए?