बिहार : पुलिसकर्मियों के लिए सिरदर्द बना ‘डायल 112’ सेवा

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स्टेट डेस्क/ पटना। बिहार सरकार ने इमरजेंसी सेवा उपलब्ध कराने के हाल ही में डायल 112 की शुरुआत की थी लेकिन अब यह सुविधा पुलिसकर्मियों के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है। डायल 112 पर फोन कर कॉलर्स पुलिसकर्मियों के साथ न केवल बेफिजूल की बातचीत कर रहे हैं, बल्कि उन्हें गंदी-गंदी गालियां भी दे रहे हैं।

वही अब ऐसे फोन कॉल को लेकर पुलिस अलर्ट मोड में आ गई है. ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई का मन बना लिया है. फेक कॉल करने वाले लोगों को ट्रेस आउट कर उनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। डायल 112 की शुरुआत होने के बाद पिछले 20 दिन में लगभग 3,000 मामलों को सुलझा लिया गया है। सबसे ज्यादा मामले घरेलू हिंसा से जुड़े हुए आ रहे हैं और महिलाओं के द्वारा डायल 112 में सबसे ज्यादा शिकायतें की जा रही हैं।

अधिकारियों की मानें तो रोज तकरीबन 35 हजार से अधिक कॉल पूरे बिहार में आ रहे हैं जिसमें 90 प्रतिशत फर्जी होते हैं. इसका पता तब चलता है जब डायल 112 की टीम मौके पर पहुंचती है और पूरे मामले की अपने स्तर पर छानबीन करती है. हालांकि कई मामलों में जब स्थानीय थाने की पुलिस नहीं सुनती और लोग डायल 112 पर कॉल करते हैं और तब पुलिस एक्शन मोड में आ जाती है। बता दें कि हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम के तहत डायल-112 सेवा का लोकार्पण किया था।

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