Champaran : बिहार के अबतक के सबसे लंबे पदयात्रा पर निकले हैं प्रशांत किशोर

पश्चिमी चंपारण बिहार

आज शाम जमुनिया गांव में करेंगे रात्रि विश्राम, गौनाहा में जनप्रतिनिधियों के साथ की जनसभा

West Champaran, Rajan Dwivedi : चुनावी रणनीतिकार के रूप में ख्याति प्राप्त प्रशांत किशोर ने अपने पूर्व घोषणा के अनुसार दो अक्टूबर गांधी जयंती के अवसर पर महात्मा गांधी के सत्याग्रह आंदोलन स्थल भितिहरवा आश्रम से अपनी पद यात्रा की शुरूआत कर दी है। पूर्व प्रधानमंत्री स्व चंद्रशेखर सिंह के बाद भितिहरवा से दूसरी और बिहार में सबसे लंबी पदयात्रा की आगाज प्रशांत किशोर ने भितिहरवा आश्रम से की है। जिसके बिहार के विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे लोग पदयात्रा शुभारंभ के गवाह बने। पदयात्रा के पहले दिन प्रशांत किशोर ने 10 किमी का सफर पैदल तय किया। भितिहरवा गांधी आश्रम से पैदल चलते हुए प्रशांत किशोर और उनके साथ सैकड़ों पदयात्री रात्रि विश्राम के लिए गौनहा प्रखंड मुख्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने सबसे पहले आज नौ बजे स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ जनसभा की और लोगों से बिहार के विकास में विचार साझा किया। बाद में कई जगहों पर लोगों से डोर टू डोर जाकर मिले। उनके मन की उत्कंठा को जानते हुए इस पद यात्रा में शामिल भी किया।

बता दें कि पदयात्रा शुभारंभ के अवसर पर भितिहरवा आश्रम में आयोजित जनसभा में प्रशांत किशोर ने कहा, “इस पदयात्रा का मुख्य उद्देश्य है समान विचार वाले सभी लोगों को एक साथ जोड़ना और सबके सामूहिक प्रयास से बिहार में व्यवस्था परिवर्तन करना। इसके साथ ही बिहार को देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में शामिल करना है। बताया कि पदयात्रा के माध्यम से बिहार के विकास के लिए अगले 15 सालों का विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया जाएगा। यह विजन डॉक्यूमेंट विकास के 10 बड़े मानकों जैसे की शिक्षा, स्वास्थ, बेरोजगारी, कृषि आदि मुद्दों पर तैयार होगी। प्रशांत किशोर ने जोर देते हुए कहा कि अगर मैंने यह करने का फैसला किया है तो सोंच समझकर किया है।

  • किया बड़ा ऐलान

प्रशांत किशोर ने एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि भितिहरवा गांधी आश्रम के समीप स्थित कस्तूरबा गांधी मिडिल स्कूल जब तक सरकार से मान्यता प्राप्त नहीं हो जाता, तब तक हम लोग वहां पढ़ाई कर रही बच्चियों की शिक्षा का जिम्मेदारी उठाएंगे।