शराब एक सामाजिक कलंक है, कलाकारों ने नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन कर किया प्रचार

नवादा

नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया) जिले के मेसकौर प्रखंड अंतर्गत ऐतिहासिक स्थल सीतामढ़ी मेला में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के कलाकारों के द्वारा बाल विवाह और शराबबंदी पर नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन कर मेला में आने वाले दर्शनार्थियों के बीच व्यापक प्रचार प्रसार किया गया। नुक्कड़ नाटक देखने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी, लोग सांसे रोक कर डेढ़ घंटे तक आयोजित कार्यक्रम को देखा। नुक्कड़ नाटक के लीडर विनोद सिंह ने बताया कि उपस्थित नागरिकों को बाल विवाह नहीं कराने का संकल्प दिलाया गया।

शराबबंदी के बारे में बताया गया कि यह परिवार को झगड़ा विवाद का महत्वपूर्ण कारक है । कलाकारों के द्वारा गीत संगीत और नाटक के माध्यम से दर्शकों को बताया गया कि बाल विवाह और शराबबंदी सामाजिक बुराइयां हैं, जिसके कारण समाज का विकास पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। सरकार के द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है कि बाल विवाह बिहार से समाप्त हो और शराबबंदी पूर्ण रुप से लागू रहे। शराब से ना केवल मनुष्य का शरीर बल्कि उसका पैसा, परिवार सुख चैन सभी का नुकसान होता है।

इसका हमेशा दुष्परिणाम ही दिखाई देता है। शराबबंदी से शांति और अमन चैन बहाल हुआ है। सड़क दुर्घटना और लड़ाई झगड़े में भी काफी कमी आई है। शराब से सिर्फ अपराध समस्या और नुकसान की स्थिति पैदा होती है ।यह सामाजिक कलंक भी है। शराबबंदी में सरकार का सहयोग करें और अपने बाल बच्चों को स्कूल भेजकर सभ्य नागरिक बनाएं। सतत जीविकोपार्जन के माध्यम से जीविका के द्वारा हजारों व्यक्तियों को रोजगार सुलभ कराया गया है।