ई संजीवनी की समीक्षा बैठक में डीडीसी ने दिया निर्देश

नवादा

नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया) समाहरणालय के डीआरडीए सभागार में दीपक कुमार मिश्रा उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग का महत्वपूर्ण कार्यक्रम ई संजीवनी के बारे में विस्तृत समीक्षात्मक बैठक हुई। डा राम कुमार प्रसाद सिविल सर्जन ने बताया कि ई संजीवनी भारत सरकार द्वारा नागरिकों को दी जाने वाली आन लाईन ओपीडी परामर्ष सेवा है। ई संजीवनी एक सरकारी योजना है जो नागरिकों को आनलाईन ओपीडी डाॅक्टर परामर्श प्रदान करती है।

यह एक टेली मेडिसिन सेवा है जिससे आयुष्मान भारत स्वास्थ्य पहल के तहत डाॅक्टर से डाॅक्टर के बीच बातचीत के लिए लागू किया गया है। इसका मुख्य उद्देष्य आयुष्मान भारत के तहत सभी स्थापित डेढ़ लाख स्वास्थ्य और कल्याण केन्द्र को जोड़ना है। यह ई संजीवनी सेवा बिहार राज्य के अलावे 22 राज्यों में लागू की गयी है। पीपीटी के माध्यम से ई संजीवनी के बारे में उपस्थित डाॅक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया।

सिविल सर्जन ने बताया कि अभी जिले में ई संजीवनी के 53 केन्द्र संचालित हैं, जिसे और सुदृढ़ किया जा रहा है। यहां डाॅक्टरों की प्रतिनियुक्ति एवं सभी प्रकार के आवश्यक दवाएं की सेवा उपलब्ध करायी जा रही है। यह स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा चलायी जा रही है। इसे राष्ट्रीय दूर संचार सेवा भी कहा जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य जिले के रोगियों को उनके घरों में स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना है। इसमें आन लाईन मोड के माध्यम से एक डाॅक्टर और एक मरीज के बीच एक संरचित और सुरक्षित टेलीकन्टर्लेशन शामिल है।

बैठक में दीपक कुमार मिश्रा उप विकास आयुक्त ने कहा कि जिले के रोगियों को आवश्यक सुविधा के लिए सभी संचालित ई संजीवनी केन्द्रों को आधारभूत सुविधा से आच्छादित करना सुनिश्चित करें। इसके माध्यम से जिले के सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाना सरल हो जायेगा। जिले के वैसे ग्रामीण और पिछड़े और पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को परामर्श सेवा प्रदान करें। ई संजीवनी ओपीडी मददगार हो सकती है। बैठक में डीपीएम के अलावे जिले के अन्य डाॅक्टर और स्वास्थ्य कर्मी आदि उपस्थित थे।