भाकपा-माले के मंच पर 18 फरवरी को नीतीश, तेजस्वी, जीतन और अखिलेश करेंगे विपक्ष की एकता पर‌ चर्चा!

पटना

-फासीवादी हमले के खिलाफ लोकतंत्र-संविधान की रक्षा के लिए व्यापक विपक्षी एकता पर होगी चर्चा! राष्ट्रीय कन्वेंशन में शामिल होने को जदयू, राजद, कांग्रेस, हम (से) को माले ने भेजा आमंत्रण!

स्टेट डेस्क/पटना : भाकपा-माले के 11 वें महाधिवेशन (15-20 फरवरी 2023) के अवसर पर 18 फरवरी को महाधिवेशन के मंच से फासीवादी हमले के खिलाफ लोकतंत्र – संविधान की रक्षा के लिए व्यापक विपक्षी एकता का निर्माण विषय पर आयोजित राष्ट्रीय कन्वेंशन में शामिल होने का आमंत्रण आज जदयू, राजद  कांग्रेस और हम (से.) के प्रदेश अध्यक्षों को भी भेजा गया.

माले राज्य सचिव कुणाल और वरिष्ठ पार्टी नेता के डी यादव ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह से इस बाबत मुलाकात की. अन्य दलों के प्रदेश अध्यक्ष क्रमशः जगदानन्द सिंह, उमेश कुशवाहा और प्रफुल्ल मांझी से मिल कर केडी यादव ने 18 फरवरी के कन्वेंशन में शामिल होने के लिए उन्हें आमंत्रित किया.

विदित हो कि इस राष्ट्रीय कन्वेंशन में बतौर वक्ता बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और हम सेकुलर के राष्ट्रीय अध्यक्ष व बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को पहले ही आमंत्रित किया जा चुका है. वामपंथी दलों के प्रतिनिधियों का संबोधन महाधिवेशन के उद्घाटन सत्र (16 फरवरी) को होगा.

भाकपा-माले द्वारा आयोजित 15 फरवरी की लोकतंत्र बचाओ-देश बचाओ रैली भाजपा व संघ ब्रिगेड की साजिशों के खिलाफ वास-आवास व रोजी रोटी से विस्थापन, किसानों व बटाईदारों के अधिकार तथा स्वास्थ्य, शिक्षा व सम्मानजनक रोजगार के सवालों पर केंद्रित है और उसका महाधिवेशन भाजपा को राज व समाज से पूरी तरह बेदखल करने हेतु महागठबंधन समेत देश के तमाम विपक्षी दलों को एकजुट व दिशाबद्ध करने को संकल्पित है.