डा. आंबेडकर जयंती पर माले ने लिया भाजपा को हराने और संविधान बचाने का संकल्प!

पटना
  • आरा की यात्रा पर रहे माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने किया डा आंबेडकर की मूर्ति का लोकार्पण*

स्टेट डेस्क/पटना : संविधान निर्माता डा भीम राव आंबेडकर की 133 वीं जयंती पर आज भाकपा-माले की ओर से पूरे राज्य में संविधान बचाओ-लोकतंत्र बचाओ कार्यक्रम का आयोजन किया गया. पटना में वीरचंद पटेल स्थित विधायक दल कार्यालय में बाबा साहेब को याद किया गया और संविधान बचाने का संकल्प लिया गया.

मौके पर माले के वरिष्ठ नेता का. केडी यादव, विधायक रामबली सिंह यादव, सरोज चौबे, आर एन ठाकुर, एसकेशर्मा, मीडिया प्रभारी कुमार परवेज, संजय यादव, प्रमोद यादव, दिनेश कुमार निराला, अनिल कुमार आदि उपस्थित हुए.

इस मौके पर विधायक रामबली सिंह यादव ने कहा कि इस बार डॉ. आंबेडकर की जयंती चुनाव के दौरान है. देश में जिस प्रकार से हर रोज संविधान की हत्या हो रही है और भाजपा खुलेआम संविधान को खत्म कर देने की बात कह रही है, ऐसे दौर में संविधान व लोकतंत्र को बचाने के लिए भाजपा की हार सुनिश्चित करना ही बाबा साहेब को सच्चे अर्थों में याद करना है.

हम सबको डॉ. आंबेडकर के विचारों से प्रेरणा लेकर देश के धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक, संघीय ढांचे की रक्षा करनी है और सामाजिक-आर्थिक न्याय की लड़ाई को आगे बढ़ाना है. यह तभी संभव है जब संविधान बचेगा.

आरा की यात्रा पर रहे माले महासचिव

आंबेडकर जयंती पर आज माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य आरा के दौरे पर रहे. वहां उन्होंने राजकीय आंबेडकर छात्रावास मौलाबाग में डॉ. भीमराव आंबेडकर की मूर्ति का अनावरण किया. उसके बाद इंडिया गठबंधन के बैनर से आरा पूर्वी रेलवे गुमटी से आंबेडकर चौक तक संविधान बचाओ-लोकतंत्र बचाओ मार्च व सभा का आयोजन किया गया.

अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने कहा था कि हमारा संविधान देश के हर नागरिक को एक वोट का अधिकार देता है. अमीर से अमीर को भी और गरीब से भी गरीब को भी. वोट का अधिकार तो मिल गया लेकिन समाज में आज भी गैरबराबरी मौजूद है. अर्थव्यवस्था में तो चरम गैरबराबरी है. इसलिए उन्होंने कहा था कि समाज और अर्थव्यवस्था में बरबारी के लिए मुल्क को संविधान को लेकर आगे बढ़ना है. लेकिन आज भाजपा संविधान को ही खत्म करने पर ही तुली हुई है. इसलिए सबसे पहले भाजपा को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखलाना हम सबका दायित्व बनता है. इस बार का चुनाव चुनाव नहीं लोकतंत्र व संविधान बचाने की जंग है.

उन्होंने यह भी कहा कि बाबासाहब ने सही कहा था कि संविधान किन लोगों के हाथ में है उसी पर बहुत कुछ निर्भर करेगा. समय आ गया है संविधान को संविधान विरोधियों के चंगुल से मुक्त करना ही होगा.

आरा के बाद गड़हनी मेला बाजार से चरपोखरी तक मोटरसाइकिल मार्च का आयोजन किया गया. अगिआंव विधानसभा के अंतर्गत आने वाले चरपोखरी में ही बाबा साहेब की मूर्ति पर भी माल्यार्पझा किया गया. दीपंकर भट्टाचार्य के साथ कार्यक्रम में आरा लोकसभा से इंडिया गठबंधन समर्थित माले उम्मीदवार का. सुदामा प्रसाद तथा अगिआवं विधानसभा उपचुनाव के प्रत्याशी का. शिवप्रकाश रंजन सहित पार्टी व इंडिया गठबंधन के नेता-कार्यकर्ता भी उपस्थित थे.

पटना के विभिन्न इलाकों में भी डॉ. आंबेडकर जयंती मनाई गई. दीघा, चितकोहरा, मालसलामी, गुलजारबाग आदि स्थानों पर वर्तमान सरकार की तानाशाही के खिलाफ सत्ता परिवर्तन का संकल्प लिया गया.

राज्य के विभिन्न हिस्सों हिलसा, फतुहा, गया, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, दरभंगा, पूर्वी चंपारण, नवादा, डुमरांव आदि स्थानों पर भी कार्यक्रम आयोजित किए गए.