पूर्णिया : बिग ब्रेकिंग…पैसों की लेन देन में एसडीआरएफ राजू यादव की गोली मारकर हत्या…शव को ठिकाने लगाने के चक्कर में था चारों दोस्त…दो गिरफ्तार एवं दो फरार…गिरफ्तार दोस्तों ने कहा शंकर ने मारी थी गोली…बायसी के गांगर पंचायत में एक्जीक्यूटिव पद पर कार्यरत था शंकर..जातीय गणना की ड्यूटी छोड़कर मौज मस्ती करने निकला था शंकर… पढ़ें पूरी खबर

पूर्णियाँ

पूर्णिया:-01 सितंबर(राजेश कुमार झा) बीते दिन पूर्णिया में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है.पूरी गुत्थी को सुलझाने में जुट चुकी है पुलिस.बताते चलें कि बीते दिन शहर के पंचमुखी हनुमान मंदिर के पास पुलिस को एक लावारिस हालत में एक कार खड़ी मिली.कार को खड़ी देख पुलिस को कुछ गड़बड़ महसूस हुआ तो पुलिस जैसे ही कार के पास पहुंची तो पुलिस के होश उड़ गए.पुलिस ने देखा कि कार के अंदर एक युवक गोली से घायल है और दो युवक कार में बैठे है.

आनन-फानन में पुलिस ने मेडिकल टीम को खबर किया. मेडिकल टीम ने जांच में युवक को मृत पाया.पुलिस ने कार में बैठे दोनों युवक की गिरफ्तार कर थाने ले गई और पूछताछ शुरू कर दी. पूछताछ के क्रम में गिरफ्तार दोनों युवक ने बताया कि शंकर और बिट्टू ने मिलकर इसकी हत्या की है.पुलिस ने बताया कि बिट्टू पासवान शहर के नायाटोला का रहने वाला है और दूसरा शंकर यादव नवरतन हाता मोहल्ले का रहने वाला है.जिसकी तलाश की जा रही है.

बहुत जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा.बतातें चलें कि मृतक राजू यादव एक सीएसपी संचालन का काम करता था. उसकी दोस्ती गांगर पंचायत में कार्यरत एक्जीक्यूटिव शंकर यादव से हुई.उसके बाद इसकी जान पहचान बायसी के ही चितरंजन और धीरज से हुई. शंकर यादव पूर्णिया के नवरतन हाता मोहल्ले में रहता है.शंकर की दोस्ती नायाटोला निवासी बिट्टू पासवान से था.सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीएसपी संचालन के समय मृतक राजू से इन चारों के बीच पैसे का लेन देन चल रहा था.जिसके लिये राजू शंकर और चितरंजन पर रुपये का दबाब बना रहा था.

इसी बीच मृतक राजू यादव एसडीआरएफ की ट्रेनिग के लिये बाहर चला गया.जब एसडीआरएफ की ट्रेनिंग से लौटकर आया तो चितरंजन, धीरज और शंकर ने राजू के साथ बाहर मौज मस्ती करने का प्लान बनाया.इसी दरमियान चारों दोस्त बायसी से पूर्णिया आया और नायाटोला निवासी बिट्टू पासवान को भी कार में बैठा लिया.इसी दरमियान राजू यादव के साथ पैसे की लेन देन को लेकर बहस हुई और राजू यादव को गोली मार दी.उसके बाद सबों ने मिलकर सोचा कि ज्यादा देर हमलोग लाश को कार में नहीं रख सकते.

पुलिस को खबर होने से पहले ही इसको ठिकाने लगा देंगे.लेकिन कहावत है न कि जब किस्मत खराब हो तो ऊंट पर बैठा हुआ आदमी को भी कुत्ता काट लेता है.इसी दरमियान पुलिस की गश्ती गाड़ी की नजर पंचमुखी मंदिर के पास खड़ी एक कार पर पड़ी और सारा भेद ही खुल गया.फिलहाल दो लोग पुलिस की गिरफ्त में है.बिट्टू पासवान और शंकर यादव फरार है.प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी मनीषा कुमारी ने बताया कि शंकर गांगर पंचयात में एक्जीक्यूटिव के पद पर कार्यरत है.जातीय आधारित गणना में शंकर की ड्यूटी लगी हुई है.