एपेक्स के सदस्यों ने किया कमेटी की बैठक का बहिष्कार

Local news उत्तर प्रदेश कानपुर

कानपुर/भूपेंद्र सिंह। उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की एपेक्स कमेटी की फिरोजाबाद में आयोजित बैठक का कई सदस्यों ने बहिष्कार कर दिया। संघ में चल रही अनियमितताओं के खिलाफ आवाज उठाने वाले कुछ सदस्यों ने बैठक का बहिष्कार कर एक बार फिर से चुनौती पेश कर दी है।

गौरतलब है कि फिरोजाबाद में गुरुवार को कमेटी की ऑफलाइन बैठक आयोजित की गई थी जिसमें सभी सदस्यों को आमंत्रित किया गया था। इस बैठक में कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाने थे जिसका विरोध पहले से ही होता आ रहा था कि जब सभी सदस्यों की आपसी सहमति के बाद निर्णय होने हैं तो फिर सभी निर्णय बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ही क्यों ले रहे है।

गौरतलब है कि एपेक्स कमेटी के सदस्यों का विरोध करने के बाद से सभा स्थल पर हंगामा चलता रहा। बतातें चलें कि यूपीसीए के पूर्व सचिव राजीव शुक्लां के इस बैठक में आने की पूरी संभावना थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट में शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद शायद उन्होने अपना कार्यक्रम बदल डाला यही नही इस बैठक में संघ के अध्यक्ष निधिपति सिंहांनिया की गैर मौजूदगी कौतूहल का विषय बनी रही।

इस बैठक में निदेशक युद्धवीर सिंह और रियासत अली की शिरकत करने का विरोध वहां मौजूद एपेक्स कमेटी के सदस्यों ने बखूबी किया लेकिन रियासत अली और सचिव प्रदीप गुप्ता ने वहां मौजूद सभी सदस्यों को समझा बुझाकर मींटिंग की औपचारिकता महज खानापूर्ति के तौर पर कर ली। गुरुवार की बैठक का विरोध मनोज पुन्ढीर,कमल चावला, राकेश मिश्रा और असद मोहम्मद ने किया जबकि एक सदस्य अभिषेक शुक्ला की माता जी का देहान्त हो गया था जिसके चलते वह अनुपस्थित रहे लेकिन उनका भी वोट विरोध के रूप में माना गया।

मीटिंग का विरोध करने की वजह मुख्यत रही-एसोसिएशन के संशोधित लेखों में अवैध रूप से अध्याय 10 को सम्मिलित करके अयोग्य पदेन पदाधिकारियों और निदेशक मंडल का गठन करके समानांतर एपेक्‍स कमेटी के गठन को चुनौती दी है। यूपीसीए एजीएम में सदस्यों द्वारा कोई प्रस्ताव पारित नहीं होने के बावजूद और उसके बाद उक्त अवैध चुनाव नए सदस्यों, आजीवन सदस्यों, कॉर्पोरेट सदस्यों को पिछली तारीख से शामिल किया।

सदस्यता राशि का भुगतान किए बिना भी सदस्यता प्रदान की गई थी। यह वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है कि अवैध रूप से शामिल सदस्य में वह अध्यक्ष भी शामिल है जो बैठक की अध्यक्षता करेगा, और जो यूपीसीए से मासिक किराया प्राप्त करने वाले परिवार का हिस्सा होने के लिए “व्यावसायिक हितों के टकराव” के उल्लंघन में शामिल है। कानून के अनुसार अयोग्य ठहराए जाने के कारण अध्यक्ष का पद रिक्त है।

यह भी पढ़ें…

सचिव 70 के हुए, केक काटकर मनाया जन्मदिन : उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ के सचिव प्रदीप गुप्ता ने गुरुवार को अपने कार्यालय में एपेक्स की बैठक के दौरान ही केक काटकर अपना 70वां जन्मदिन मनाया। प्रदीप गुप्ता ने यूपीसीए के अपने सभी निदेशक साथियों और बचे एपेक्स कमेटी के सदस्यों के साथ अपना केक काटा और सभी को अपने हाथों से खिलाया।

अब गौर करने की बात ये है कि लोढा समिति की सिफारिशों को मानते हुए उन्हे या तो संघ से अपना त्यागपत्र देना पडेगा या फिर उनको निष्कासित करने का काम किया जाएगा। गौरतलब है कि लोढा कमेटी की सिफारिशों और नियमों के आधार पर 70 साल के ऊपर का व्यक्ति संघ में किसी भी पद पर बना नही रह सकता है।