कानपुर : 4 बांग्लादेशी नागरिक पकड़े गए, कब्ज़े से बरामद हुए दो-दो पासपोर्ट

कानपुर

ADARSH : कानपुर के मूलगंज से पुलिस ने चार बांग्लादेशियों को अरेस्ट किया है। ये चारों भारतीय बनकर कानपुर में रह रहे थे। इन लोगों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पासपोर्ट और आधार कार्ड भी बनवा लिया था। पुलिस ने चारों को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है। बतातें चलें कि विधायक इरफान सोलंकी और पार्षद मन्नू रहमान ने अपने लेटर पैड पर लिखकर दिया था कि डॉ. रिजवान भारतीय हैं।

वहीं जॉइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि आर्य नगर में किराए के फ्लैट में रहने वाले डॉ. रिजवान को अरेस्ट किया है। रिजवान बांग्लादेश का रहने वाला है। उसने कानपुर में रहने वाले खालिद की बेटी हिना से शादी की थी। इसके बाद डॉ. रिजवान चोरी-छिपे कानपुर में ही आकर बस गया था। इस पूरे काम में उसकी पत्नी हिना और ससुर खालिद ने मदद की थी। पुलिस ने रिजवान के साथ ही उसकी पत्नी हिना, ससुर खालिद और बेटी रुखसार को अरेस्ट कर लिया है। उस पर बांग्लादेशी होने के बावजूद कानपुर में चोरी-छिपे रहने और फर्जीवाड़ा कर आधार कार्ड, पासपोर्ट बनवाने समेत अन्य गंभीर आरोप हैं।

आगे जॉइंट पुलिस कमिश्नर ने बताया, जांच के दौरान सामने आया है कि डॉ. रिजवान के फर्जीवाड़ा करने में विधायक इरफान सोलंकी और पार्षद मन्नू रहमान की अहम भूमिका निभाई है। दोनों ने अपने-अपने लेटर पैड पर लिखकर दिया था कि डॉ. रिजवान भारतीय है। इसी आधार पर उनका आधार कार्ड और फिर सभी दस्तावेज बन गए थे। पुलिस इस मामले में अब विधायक और पार्षद को भी आरोपी बना सकती है। मामले की जांच की जा रही है।

जांच के दौरान आरोपी के पास से करीब 25 लाख रुपए के सोने के जेवरात, सोने के बिस्किट समेत अन्य माल बरामद हुआ है। इसके साथ ही 14.56 लाख रुपए कैश, 1 हजार डॉलर और बांग्लादेश के पासपोर्ट बरामद हुए हैं। उसने भारत और बांग्लादेश दोनों जगह से अपना और पूरे परिवार का पासपोर्ट बनवा रखा था।

जांच के दौरान सामने आया कि डॉ. रिजवान ने भारत से बांग्लादेश ही नहीं बल्कि अमेरिका, बैंकॉक समेत कई देशों की फर्जी पासपोर्ट से यात्रा की है। NIA, ATS, मिलिट्री इंटेलिजेंस समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियों को भी पूरे मामले की जानकारी दी गई है। इन सभी सुरक्षा एजेंसियों के अफसर अपने-अपने स्तर से पकड़े गए रिजवान और उसके पूरे परिवार से पूछताछ में जुटे हैं।