यूपी चुनाव 2022 : सीएम योगी के सियासी उत्तराधिकारी उपेंद्र दत्त शुक्ला का भाजपाई परिवार बन गया सपाई

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स्टेट डेस्क/ आकांक्षा यादव : यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने जिसे कभी अपना सियासी उत्तराधिकारी बनाया था, वही परिवार अब भाजपा का दामन छोड़ चूका है। सीएम योगी आदित्यनाथ के कभी सियासी उत्तराधिकारी रहे स्वर्गीय उपेंद्र दत्त शुक्ला का पूरा परिवार अब समाजवादी पार्टी में शामिल हो गया। स्वर्गीय उपेंद्र दत्त शुक्ला के परिवार के लोगों को अपनी पार्टी में शामिल करा लिया। शुक्रवार को उपेंद्र दत्त शुक्ला की पत्नी शुभावती शुक्ला, उनके पुत्र अरविंद दत्त शुक्ला और अमित शुक्ला ने अखिलेश यादव की मौजूदगी में सपा का दामन थामा।

राजनीतिक गलियारों में अटकलें हैं कि समाजवादी पार्टी शुभावती शुक्ला को गोरखपुर सदर से योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनावी मैदान में उतार सकती है। योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद गोरखपुर लोकसभा सीट पर सीएम ने उपेंद्र दत्त शुक्ला को अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी बनाया था और उपचुनाव में भाजपा के टिकट पर मैदान में थे।

वह कौड़ीराम विधानसभा क्षेत्र से भी तीन बार चुनाव लड़े थे लेकिन हार का सामना करना पड़ा था। लोकसभा उपचुनाव हारने के बाद भाजपा ने उन्हें प्रदेश उपाध्यक्ष बना दिया था। उपेन्द्र शुक्ला 2013 से लेकर 2018 तक भाजपा के गोरखपुर क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष रहे थे और 2007 में वो गोरखपुर भाजपा के जिलाध्यक्ष भी थे। वह संघ और भाजपा के पुराने कैडर के कार्यकर्ता थे, जनसंघ के जमाने से वह भाजपा से जुड़े थे। छात्र जीवन में विद्यार्थी परिषद की राजनीति की में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया था. 2018 के उपचुनाव में जब उपेन्द्र दत्त शुक्ला को सफलता नहीं मिली तो 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने उनकी जगह फिल्म स्टार रविकिशन को अपना उम्मीदवार बना दिया।

2018 का जब उपचुनाव चल रहा था, उसी दौरान वह बीमार हो गये, जिसकी जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री योगी ने उन्हे पीजीआई में भर्ती कराया। एक ऑपरेशन के बाद 4 मार्च को वह डिस्चार्ज हुए। चुनाव अभियान में लौटने के बाद जनसभाओं में मंच पर अक्सर वो भावुक हो जाते थे, वह कहते थे कि मुख्यमंत्री योगी आदित्याथ अब तक मेरे राजनीतिक संरक्षक थे लेकिन अब वो मेरे जीवन के भी संरक्षक बन गये हैं. मगर मई 2020 में हार्ट अटैक की वजह से उपेन्द्र दत्त शुक्ल का देहांत हो गया।