UP : समर्पण के बाद इरफान और रिजवान से 3.5 घंटे चली पुलिस की पूछताछ, कोर्ट में पेश

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सपा विधायक मो. हसन रूमी और अमिताभ बाजपेयी के साथ पहुंचे सीपी के आवास

Kanpur Beforeprint : जाजमऊ के डिफेंस कॉलोनी निवासी बेवा नजीर फातिमा की झोपड़ी में आग लगाने के आरोप में फरार चल रहे सपा विधायक इरफान सोलंकी ने भाई रिजवान सोलंकी के साथ कानपुर सीपी के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। आत्मसमर्पण के समय उनके साथ विधायक अमिताभ वाजपेयी और मोहम्मद हसन रूमी भी मौजूद थे। दोनों ही विधायकों ने इरफान के उत्पीड़न का आरोप लगाया है। कल ही सत्यदेव पचौरी ने 12 बजे रात को विधायक के घर दबिश देने को सांसद सत्यदेव पचौरी ने उत्पीड़नात्मक कार्रवाई करार दिया था। पुलिस लाइन में उनसे तकरीबन साढ़े तीन घंटे पूछताछ की गई। इसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश करने की कार्यवाही के लिए पुलिस अदालत ले गई।

फेसबुक पर लाइव हुआ सेरेंडर का प्रोग्राम

आत्मसर्पण का यह प्रकरण इरफान सोलंकी के फेसबुक पेज पर लाइव चला। कहा यह जा रहा है सत्ता पक्ष के प्रशासन ने शुक्रवार को उनके घर पर कुर्की की नोटिस चस्पा करने की तैयारी कर ली थी। कोर्ट से इस बाबत आदेश भी प्राप्त कर लिया गया था। प्रशासन मुनादी की कार्रवाई आज शुरू कराने वाला था। मगर इससे पहले ही दोनों भाइयों ने पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड के घर पहुंच कर सरेंडर कर दिया है। इस बारे में डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल ने बताया कि सपा विधायक इरफान सोलंकी और रिजवान से 3.5 घंटे की पूछताछ के बाद अब अदालत में पेश कर कोर्ट से उनके रिमांड की मांग रखी जाएगी।

आंखों में आंसू लिए पहुंचे पुलिस कमिश्नर के पास

पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदण्ड के आवास पर इरफान सोलंकी रोते हुए सरेंडर करने पहुंचे। इस दौरान मीडियकर्मियों की भारी संख्या एकट्ठा हो गई थई। पत्रकारों ने जब इरफान सोलंकी और रिजवान से पूछा, फरारी के दौरान कहां रहे। इस पर दोनों ने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद जीप में दोनों को बैठाकर पुलिस लाइन लाया गया। जहां उनसे तकरीबन साढ़े तीन घंटे पूछताछ चली।

क्या था पूरा मामला

पड़ोस की बेवा के घर में आरोप लगाने के मामले में फरार चल विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान सोलंकी ने नकली आधार के जरिए मुंबई, दिल्ली और तेलंगाना की फ्लाइट पकड़ी थी। इस दौरान इरफान ने अशरफ अली के नाम पर आधार कार्ड बनवा रखा था। इसी मामले में उनकी चचेरी बहन उज्मा सोलंकी से पुलिस ने दस घंटे तक पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ तो दिया पर क्लीन चिट नहीं दी थी। फरार चल रहे विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान सोलंकी की अग्रिम जमानत के लिए कोर्ट में सुनवाई होनी थी। विधायक के वकील नरेश चंद्र त्रिपाठी ने जवाब तैयार करने के लिए अदालत से समया मांगा। तो कोर्ट ने 5 दिसंबर को अगली सुनवाई की तारीख दी थी। उधर, ज्वाइंट सीपी आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि ग्वालटोली में दर्ज FIR में 20 दिसम्बर तक चार्जशीट दाखिल कर दी जाएगी। दिसंबर के अंत तक जाजमऊ में आगजनी के मामले में भी चार्जशीट कोर्ट में दाखिल होनी है।

चार लोग पहले ही गिरफ्तार

इस बीच पुलिस ने जिन चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था, उन्हें कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। इरफान, रिजवान के अलावा अम्मार इलाही उर्फ अली, अनवर मंसूरी, अख्तर मंसूरी, नूरी, अशरफ अली उर्फ शेखू नूरी, इशरत और अली के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज की गई है। पुलिस ने अनवर मंसूरी, अख्तर मंसूरी, नूरी और अम्मार को गिरफ्तार कर लिया था। इसके पहले पुलिस ने सपा के पूर्व पार्षद की बेटी नूरी शौकत और इरफान की चचेरी बहन उज्मा सोलंकी से भी लंबी पूछताछ की। उज्मा से महिला थाना और नूरी से ग्वालटोली थाने में पूछताछ हुई।