अत्यधिक वर्षा तथा वज्रपात को लेकर सतर्कता बरते ज़िला पदाधिकारी अलर्ट जारी

बिहार

नदियों के जलस्तर, तटबंधों एवं निचले इलाकों में बसावटों की सतत निगरानी करने का निदेश।
लगातार माइकिंग कराकर लोगों को करें सतर्क।
आश्रय स्थलों पर सभी व्यवस्थाएं अपडेट रखने का निदेश।
29 जून,2022 मध्यान्ह 12 बजे तक गंडक बराज ने छोड़ा लाख तीन हजार क्यूसेक पानी।

बेतिया/अवधेश कुमार शर्मा। भारत मौसम विज्ञान विभाग पटना एवं आपदा प्रबंधन विभाग के जारी अत्यधिक भारी वर्षा एवं वज्रपात सतर्कता एवं चेतावनी के दृष्टिगत जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार ने अतिवृष्टि, मेघ गर्जन, वज्रपात से निपटने को प्रभारी पदाधिकारी, जिला आपदा कोषांग, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, सीओ, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ को सतर्कता (अलर्ट मोड) , बरतते हुए सुरक्षात्मक सभी आवश्यक कार्रवाई करने का निदेश दिया है।

उन्होंने कहा कि सभी अनुमंडल पदाधिकारी अपने सूचना तंत्र को पूर्णतः क्रियाशील रखें। आपदा से संबंधित सूचनाओं का त्वरित आदान-प्रदान हो सके। एसडीएम, बगहा वाल्मीकिनगर गंडक बराज के जलस्तर की प्रॉपर निगरानी एवं प्रत्येक दो घंटे के अंतराल पर पानी डिस्चार्ज से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। किंतु जनसामान्य कौन कहे मीडिया कर्मियों को प्रत्येक दूसरे घंटे जानकारी नहीं मिल रही है।

यह भी देखें…

उन्होंने सीओ को निदेश दिया कि अगर किसी गांव/पंचायत में ठनका गिरने से किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है तो इसकी सूचना अविलंब आपदा प्रबंधन शाखा को दें और निर्देशानुसार मृत व्यक्ति के आश्रित को 24 घंटे के अंदर मुआवजा राशि का भुगतान करना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही वज्रपात (ठनका) की सूचना तुरंत पाने के लिए बिहार सरकार के डेवलप किए, इन्द्रवज्र एप के बारे में आमजनों को अवगत करायें। जिला सूचना एवं जन सम्पर्क पदाधिकारी को निदेश दिया गया है कि कि आपदा प्रबंधन विभाग, मौसम विज्ञान केन्द्र की सूचना, मौसम की चेतावनी का प्रिन्ट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एवं सोसल मीडिया को विभिन्न माध्यमों से तथा जिलावासियों को अवगत कराना सुनिश्चित करें।

सभी सीओ को निदेश दिया कि माईकिंग के माध्यम से आमजन को अत्यधिक भारी बारिश, तेज आँधी, वज्रपात से बचाव को जागरुक करें। डीएम ने कार्यपालक अभियंत्रण पदाधिकारी विद्युत विभाग को आंधी-तूफान के दौरान बिजली पोलों, तारों पर पैनी नजर बनायें रखने को कहा है। अगर कोई बिजली पोल या तार क्षतिग्रस्त होता है तो अविलंब उसकी मरम्मति कर बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करें। डीएम ने विभागीय टीम बनाकर विद्युत विभाग सतत आपूर्ति जारी रखने का निदेश दिया है। पलट इसके दृष्टिगत विद्युत विभाग के पदाधिकारी व कर्मी वर्षा व हवा के दौरान विद्युत आपूर्ति (संचरण) बंद कर दे रहे हैं।

जिलावासियों से अपील करते हुए जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा है कि भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अत्यधिक वर्षा, मेघ गर्जन, वज्रपात को लेकर सतर्कता बरतनी की चेतावनी को अत्यंत गंभीरतापूर्वक लें। जिलावासी उचित सावधानी एवं सुरक्षात्मक व्यवस्था करना सुनिश्चित करें। बिजली चमकने या गड़गड़ाहट की आवाज सुनाई देने के बाद किसान तथा नागरिक पक्के घर में शरण लें। तटवर्ती क्षैत्र में रहने वाले व्यक्ति इस दौरान सुरक्षित स्थलों पर चले जाएं। नदियों के जलस्तर में वृद्धि होने पर सभी ऊँचे स्थानों पर आ जाएं। घरों में रहें, अपने तथा अपने परिवार के बचाव को सतत सतर्क रहें। वर्षा-तूफान के दौरान बच्चों को घरों में रखें, उन्हें बाहर नहीं जाने दें। किसान पशुओं को खुले में नहीं बांधे, सुरक्षित स्थलों पर रखें।

बेतिया नगर निगम के नगर आयुक्त व जिला के सभी नगर निकायों के कार्यपालक पदाधिकारी को निदेश दिया गया है कि भारी बारिश, तेज आँधी, वज्रपात के दृष्टिगत शहरी क्षेत्रों में सभी संसाधनों के साथ टीम तैयार रखें। भारी वर्षा के दृष्टिगत जलनिकासी की समुचित व्यवस्था करें। उपर्युक्त समीक्षा के क्रम में नगर आयुक्त बेतिया लक्ष्मण प्रसाद ने बताया कि नगर निगम बेतिया शहर के विभिन्न नालों की बड़े मशीनों के माध्यम से सफाई/उड़ाही कर जल निकासी करायी जा रही है। अंधेरी-चुनरी, चन्द्रावत व अन्य नदी जहाँ शहर का पानी निकलता है, वहाँ भी सफाई की जा रही है, जिससे शहर में जमा पानी शीघ्र निकाली जा सके। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त अनिल कुमार, अपर समाहर्ता नदंकिशोर साह, अपर समाहर्ता-सह-जिला आपदा प्रभारी पदाधिकारी, अनिल राय व अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।

यह भी पढ़े…