कला ,संस्कृति और साहित्य के लिए समर्पित संस्था नव संचेतन ने आयोजित किया सांस्कृतिक कार्यक्रम सह सम्मान समारोह

मुजफ्फरपुर

मुजफ्फरपुर/ब्रह्मानन्द ठाकुर। कला साहित्य संस्कृति और समाज के लिए समर्पित नवसंचेतन के तत्वावधान में लंगट सिंह महाविद्यालय के सभागार में एक भव्य सांस्कृतिक सह सम्मान समारोह का डॉ संजय पंकज, एच एन भारद्वाज, डॉ ममता रानी, डॉ संजय कुमार संजू, रविंद्र प्रसाद सिंह, डॉ कुमार विरल, शंभू नाथ चौबे, अविनाश तिरंगा, डॉ रंजना सरकार, मुकेश त्रिपाठी, छट्ठू प्रसाद सहनी के द्वारा दीप प्रज्वलन से शुभारंभ हुआ।

सरस्वती वंदना के बाद नृत्य संगीत की प्रस्तुति हुई। समारोह की सबसे बड़ी विशेषता यह रही के घर की सीमा को लांघ कर ई रिक्शा चलाने वाली चार संघर्षशील महिलाओं को कल्पना कर्मयोगिनी सम्मान से सम्मानित किया गया। चांदनी देवी, मंजू देवी, पिंकी देवी और चंदा देवी को अतिथियों ने चादर, पुष्पगुच्छ, स्मृति चिन्ह, सम्मान पत्र तथा प्रेमोपहार देकर सम्मानित किया। इन चारों संघर्षशील महिलाओं के पति तथा परिवार के लोग भी समारोह में उपस्थित थे जिनके प्रति सबने साधुवाद ज्ञापित किया। संस्था के अध्यक्ष डॉ संजय पंकज तथा सचिव प्रमोद आजाद के निवेदन पर सुख्यात चित्रकार डॉ विमल विश्वास के द्वारा बनाए गए संस्था के नए लोगों का लोकार्पण उपस्थित अतिथियों ने सामूहिक रूप से किया।

डॉक्टर एचएन भारद्वाज ने महिला संघर्ष का अभिनंदन करते हुए उन्हें निशुल्क चिकित्सा परामर्श उपलब्ध कराने की घोषणा की। डॉ ममता रानी ने घर परिवार संभालने वाली महिलाओं की जिम्मेवारी का जिक्र करते हुए कहा कि इन चारों महिला ई रिक्शा चालक के लिए अटल बीमा योजना की राशि मैं अर्पित करूंगी। रविंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार की योजना है कि ई रिक्शा चालकों को प्रेरित किया जाए और उन्हें अनुदान भी प्रदान किया जाए। श्री प्रसाद ने महिला चालकों के लिए ड्रेस कोड की अनिवार्यता पर बल दिया और कहा कि इसके लिए मेरा सहयोग मिलेगा।

अपने अध्यक्षीय संबोधन में डॉ संजय पंकज ने कहा कि नवसंचेतन अपनी सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए प्रांतीय और राष्ट्रीय स्तर पर जाना जाता है। आज का समारोह मुजफ्फरपुर के सांस्कृतिक वातावरण तथा सामाजिक समरसता को बनाए रखने के लिए एक प्रेरणा के रूप में भी प्रस्तुत हुआ है। डॉ उषा किरण के नेतृत्व में हिमांशी वर्मा, सुरभि गुप्ता, कनकश्री, संस्कृतिश्री, सरगमश्री एवं पीहूश्री की सांस्कृतिक प्रस्तुति ने सब को मुग्ध किया।

खचाखच बड़े हुए सभागार में बार-बार तालियां बजती रहे और अपनी महत्वपूर्ण उपस्थिति से समारोह को परवान चढ़ाने वालों में संजीव साहू, राजेश चौधरी, डॉ यशवंत कुमार, श्यामल श्रीवास्तव, निशा कुमारी, अनुराधा कुमारी धीरेंद्र जैस्वाल प्रमोद सहनी, मनोज कुमार, सुशांत कुमार, राहुल का महत्वपूर्ण योगदान रहा। संचालन गोपाल फलक ने और धन्यवाद ज्ञापन मुकेश त्रिपाठी ने किया। अतिथियों का स्वागत संस्था सचिव प्रमोद आजाद ने किया।

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